यूपी में इन छात्रों को 6-6 हजार रुपये देगी सरकार

न्यूज डेस्क। उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक सराहनीय पहल करते हुए बुन्देलखण्ड और विन्ध्य क्षेत्र के छात्रों को यात्रा भत्ता देने की योजना बनाई है। यह योजना उन छात्रों के लिए राहत लेकर आई है, जो रोज़ाना कई किलोमीटर दूर स्कूल जाने के लिए संघर्ष करते हैं। खासतौर पर बुन्देलखण्ड के छह जिलों — झांसी, चित्रकूट, जालौन, हमीरपुर, महोबा और बांदा — तथा विन्ध्य क्षेत्र के सोनभद्र जिले के छात्रों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।

कौन पाएगा इस योजना का लाभ?

इस योजना का उद्देश्य कक्षा 9 से 12 तक के उन छात्रों को सहायता देना है जिनका निवास स्थान स्कूल से पांच किलोमीटर या उससे अधिक दूर है। ऐसे लगभग 24,000 विद्यार्थियों को सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी। यह सहायता डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से दी जाएगी, जिससे पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित होगी।

योजना की प्रमुख विशेषताएं:

1 .यात्रा भत्ता: प्रत्येक पात्र छात्र को सालाना ₹6,000 की राशि।

2 .लाभ हस्तांतरण: पैसा सीधे छात्रों के बैंक खाते में भेजा जाएगा।

3 .शैक्षणिक प्रोत्साहन: नियमित उपस्थिति अनिवार्य शर्त होगी।

4 .सत्यापन प्रक्रिया: ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान और प्रधानाचार्य, जबकि शहरी इलाकों में पार्षद सत्यापन करेंगे।

5 .लाभार्थी छात्राएं: पीएम श्री योजना के तहत चयनित 146 राजकीय विद्यालयों की छात्राओं को भी इस योजना में शामिल किया गया है।

उद्देश्य और संभावित प्रभाव

इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को स्कूल तक आने-जाने में होने वाले खर्च से राहत देना है। अक्सर देखा गया है कि गांवों के दूरस्थ इलाकों में रहने वाले छात्र केवल दूरी और परिवहन के अभाव के कारण पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं। यह पहल उन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़े रखने में मदद करेगी और प्रदेश में ड्रॉपआउट रेट को कम करने में सहायक होगी।

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