1. गिलोय – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला वरदान
गिलोय आयुर्वेद की एक श्रेष्ठ जड़ी-बूटी है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालकर खून को साफ करती है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करती है। रोजाना गिलोय की एक गोली या उसका रस लेने से 6 दिनों में खून साफ होने लगता है।
2. धनिया के बीज – प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर
धनिया के बीज में कई औषधीय गुण होते हैं। इसे पीसकर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट पीने से शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और रक्त शुद्धि होती है। इससे रक्त प्रवाह बेहतर होता है और नसों में ताजगी आती है।
3. एलोवेरा जूस – शरीर का प्राकृतिक क्लीनजर
एलोवेरा जूस पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और शरीर के अंदर जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। रोजाना एक ग्लास एलोवेरा जूस पीने से खून साफ होता है और त्वचा में भी निखार आता है।
4. तुलसी के पत्ते – शक्ति और ताजगी का स्रोत
तुलसी के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो खून को साफ करते हैं और शरीर में ऊर्जा बढ़ाते हैं। तुलसी की चाय या पत्तों का रस नियमित सेवन से नसों में ताजगी महसूस होती है।
5. नीम के पत्ते – खून साफ करने वाला उपाय
नीम के पत्तों में रक्त शुद्धिकरण के गुण होते हैं। नीम के पत्तों का काढ़ा या उसका पेस्ट लगाने से त्वचा की कई बीमारियां दूर होती हैं और खून शुद्ध होता है।
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