1. ॐ सूर्याय नमः
यह सरल और प्रभावशाली बीज मंत्र है। इसका उच्चारण मानसिक स्पष्टता, आत्मबल और जीवन शक्ति को बढ़ाता है। इसे सूर्योदय के समय सूर्य की ओर मुख करके 11 या 21 बार जपना लाभदायक माना जाता है। यह मंत्र शरीर की थकावट को दूर करता है और मन में ऊर्जा भरता है।
2. ॐ घृणिः सूर्याय नमः
यह मंत्र आदित्य हृदय स्तोत्र का एक भाग है। "घृणिः" का अर्थ है प्रकाश और ऊष्मा – जो जीवन के हर अंधकार को दूर करती है। इसका जप मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलित करता है। छात्रों, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए यह मंत्र विशेष फलदायी माना गया है।
3. आदित्याय च सोमाय मङ्गलाय बुधाय च। गुरु शुक्र शनिभ्यश्च राहवे केतवे नमः।।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह नवग्रह मंत्र सूर्य सहित सभी ग्रहों को नमन करता है। इसका नियमित पाठ जीवन में ग्रह बाधाओं को शांत करता है और भाग्य के द्वार खोलता है। सूर्य से मिलने वाली शुभता से जीवन में स्थिरता और सफलता आती है।
मंत्र जाप का सही समय और विधि
सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें, फिर पूर्व दिशा की ओर मुख करके शांत मन से इन मंत्रों का उच्चारण करें। अगर संभव हो तो जल से अर्घ्य देते हुए सूर्य देव को नमन करें। मंत्र जप करते समय ध्यान रखें कि मन एकाग्र रहे और उच्चारण स्पष्ट हो।
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