भारत के फाइटर जेट को मिलेगा पावरफुल इंजन

नई दिल्ली। भारत की रक्षा तकनीक में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नया युग शुरू होने जा रहा है। देश का अगला पीढ़ी का स्वदेशी फाइटर जेट AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) अब अपने इंजन की तकनीक को लेकर एक बड़ी छलांग लगाने वाला है। हाल ही में फ्रांस की Safran और ब्रिटेन की Rolls-Royce ने भारत को AMCA के लिए अत्याधुनिक Variable Cycle Engine (VCE) की तकनीक के विकास में साझेदारी का आकर्षक प्रस्ताव दिया है। यह प्रस्ताव भारत की रक्षा उद्योग के लिए तकनीकी और आर्थिक दोनों रूप से क्रांतिकारी साबित हो सकता है।

AMCA प्रोजेक्ट: एक संक्षिप्त परिचय

AMCA भारत का 5th जनरेशन स्टील्थ फाइटर जेट प्रोजेक्ट है, जिसका मकसद एक ऐसा विमान बनाना है जो स्टील्थ टेक्नोलॉजी, सुपरक्रूज क्षमता (बिना बर्नर के तेज उड़ान) और AI-सक्षम हथियार प्रणालियों से लैस हो। इसकी पहली उड़ान 2028-30 के बीच अपेक्षित है और 2035 तक इसे भारतीय वायुसेना में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है।

Variable Cycle Engine (VCE) क्या है?

VCE एक अत्याधुनिक इंजन तकनीक है जो उड़ान के दौरान इंजन के अंदर हवा और ईंधन के प्रवाह को अनुकूलित कर सकती है। इससे इंजन सुपरसोनिक गति पर अधिक थ्रस्ट (110–130 किलो न्यूटन तक) देता है, कम ऊंचाई पर ईंधन की बचत करता है और गर्मी का बेहतर प्रबंधन करता है। यह तकनीक केवल अमेरिका जैसे कुछ देशों के पास उपलब्ध है, लेकिन अब भारत भी इस मुकाम पर पहुंचने वाला है।

Safran और Rolls-Royce का भारत को प्रस्ताव

फ्रांस की Safran और ब्रिटेन की Rolls-Royce ने भारत सरकार और DRDO को यह ऑफर दिया है कि वे AMCA के लिए VCE तकनीक के विकास में सहयोग करेंगे। प्रस्ताव में भारत को निम्नलिखित प्रमुख फायदे मिलेंगे: Variable Cycle Engine की उन्नत तकनीक का संयुक्त विकास। 110–130 kN थ्रस्ट वाले इंजन का देश में निर्माण। तकनीकी जानकारी (ToT) और Intellectual Property Rights (IPR) का पूर्ण हस्तांतरण।

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