हालांकि गंभीर मामलों में चिकित्सकीय हस्तक्षेप आवश्यक होता है, लेकिन शुरुआती या हल्के लक्षणों में कुछ घरेलू उपाय काफी राहत पहुँचा सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे चार आसान, देसी और प्रभावी घरेलू नुस्खों के बारे में जिससे आराम मिल सकता हैं।
1. एप्पल साइडर विनेगर का प्रयोग
एप्पल साइडर विनेगर (सेब का सिरका) बवासीर के बाहरी लक्षणों जैसे खुजली और जलन को कम करने में काफी उपयोगी हो सकता है। एक साफ रूई को पतले किए गए विनेगर में भिगोकर प्रभावित स्थान पर लगाएं। ध्यान रहे, यह उपाय केवल बाहरी बवासीर के लिए है; अंदरूनी बवासीर में इसका प्रयोग ना करें। अधिक प्रयोग से जलन हो सकती है, इसलिए सीमित मात्रा में और सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें।
2. काले जीरे का सेवन
काले जीरे में मौजूद औषधीय गुण खूनी बवासीर में खून का बहाव रोकने और सूजन कम करने में सहायक होते हैं। भुने हुए काले जीरे को पीसकर उसकी चुटकी भर मात्रा दही या गुनगुने पानी के साथ दिन में एक बार लें। यह पेट को ठंडक देने के साथ-साथ पाचन को भी सुधारता है।
3. त्रिफला चूर्ण का उपयोग
कब्ज खूनी बवासीर का सबसे बड़ा कारण है। त्रिफला चूर्ण एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो पाचन को दुरुस्त करता है और मल को नरम बनाता है। रोज़ रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लेने से कब्ज में राहत मिलती है और बवासीर की तकलीफ घटती है।
4. एलोवेरा जेल का इस्तेमाल
एलोवेरा अपनी ठंडी और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रकृति के लिए जाना जाता है। प्रभावित हिस्से पर शुद्ध एलोवेरा जेल लगाने से जलन और सूजन में आराम मिलता है। इसे दिन में दो बार लगाया जा सकता है। अगर संभव हो तो पौधे से ताजा एलोवेरा लेकर उसका उपयोग करें।
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