हर्निया के लक्षण दिखते ही खाएं ये 4 चीजें, आराम मिलने लगेगा तुरंत!

हेल्थ डेस्क। आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में खानपान की अनियमितता और शारीरिक गतिविधियों की कमी कई बीमारियों को जन्म दे रही है। इन्हीं में से एक है हर्निया, जो कि एक आम लेकिन गंभीर समस्या बनती जा रही है। अक्सर लोग शुरुआती लक्षणों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिससे यह स्थिति और बिगड़ सकती है। हालांकि, समय रहते अगर जीवनशैली और खानपान में थोड़ा बदलाव किया जाए, तो काफी हद तक राहत मिल सकती है।

दरअसल, हर्निया तब होता है जब शरीर के अंदर कोई अंग या ऊतक कमज़ोर मांसपेशियों के ज़रिए बाहर की ओर निकलने लगता है। इसके सामान्य लक्षणों में पेट या जांघ में उभार, चलने या झुकने पर दर्द, भारीपन, अपच, और कभी-कभी सूजन शामिल हैं।

1. अदरक (Ginger)

अदरक में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पाचन तंत्र को मज़बूत बनाते हैं और गैस या अपच से राहत दिलाते हैं। यह हर्निया के दौरान होने वाली जलन और बेचैनी को कम कर सकता है।

कैसे खाएं: अदरक की चाय या कद्दूकस करके शहद के साथ सेवन करें।

2. पपीता (Papaya)

पपीता में पाया जाने वाला पेपेन एंजाइम पाचन क्रिया को तेज़ करता है और कब्ज़ की समस्या को दूर करता है। कब्ज़ हर्निया को और बढ़ा सकता है, इसलिए इसे नियंत्रित करना बेहद जरूरी है।

कैसे खाएं: सुबह खाली पेट या खाने के बाद थोड़ी मात्रा में पका हुआ पपीता खाएं।

3. सौंफ (Fennel Seeds)

सौंफ पाचन में सुधार करती है और गैस व ब्लोटिंग को कम करती है। यह खासतौर पर पेट से जुड़े हर्निया में राहत देती है।

कैसे खाएं: एक चम्मच सौंफ को गर्म पानी में भिगोकर उसका पानी पी सकते हैं, या भोजन के बाद चबाना भी फायदेमंद है।

4. ओट्स (Oats)

फाइबर से भरपूर ओट्स कब्ज से राहत दिलाते हैं और पेट को हल्का रखते हैं। ये शरीर को आवश्यक पोषण भी देते हैं, जिससे मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।

कैसे खाएं: नाश्ते में दूध या पानी में पका कर फल डालकर खाएं।

सावधानी भी जरूरी

इन चीजों के सेवन से हर्निया के लक्षणों में राहत मिल सकती है, लेकिन ये इलाज नहीं हैं। अगर लक्षण बढ़ते हैं या दर्द असहनीय हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हर्निया का इलाज कई बार सर्जरी से ही संभव होता है।

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