नाग MK-2: भारत का ये हथियार बदल देगा युद्ध का नक्शा!

नई दिल्ली। भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की नवीनतम उपलब्धि, नाग MK-2 मिसाइल, भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो रही है। यह अत्याधुनिक टैंक-विरोधी मिसाइल अपनी तकनीकी श्रेष्ठता और मारक क्षमता के कारण न केवल दुश्मन के लिए चिंता का विषय है, बल्कि युद्ध के नक्शे को पूरी तरह से बदलने की क्षमता रखती है।

क्या है नाग MK-2?

नाग MK-2 नाग मिसाइल का उन्नत संस्करण है, जिसे खासतौर पर टैंकों और अन्य बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने के लिए विकसित किया गया है। यह मिसाइल ‘फायर एंड फॉरगेट’ तकनीक से लैस है, जिसका मतलब है कि इसे एक बार दागने के बाद मिसाइल अपने लक्ष्य को स्वचालित रूप से ढूंढ़कर उसे नष्ट कर देती है। इसके अलावा, नाग MK-2 में डुअल इंफ्रारेड होमिंग हेड्स लगे हैं, जो इसे दुश्मन के लिए और भी अधिक घातक बनाते हैं।

युद्ध रणनीति में बदलाव

नाग MK-2 की खासियत इसकी लंबी दूरी और उच्च सटीकता है। इससे भारतीय सेना दुश्मन के टैंकों और बख्तरबंद वाहनों को दूर से ही निशाना बना सकती है, जिससे सामने की जंग में भारी फायदा मिलता है। इस मिसाइल की मदद से घातक हमले किए जा सकते हैं, जो युद्ध के दौरान सैनिकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करते हैं।

स्वदेशी तकनीक की ताकत

नाग MK-2 पूरी तरह से भारत में विकसित और निर्मित है, जो देश की आत्मनिर्भर रक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करता है। यह मिसाइल DRDO के वैज्ञानिकों की न सिर्फ तकनीकी दक्षता का परिचायक है, बल्कि भारत की सैन्य ताकत को विश्व पटल पर मजबूती से स्थापित करती है।

क्या है भविष्य की संभावनाएं?

जैसे-जैसे तकनीक और भी उन्नत होती जाएगी, नाग MK-2 जैसी मिसाइलें और भी खतरनाक और स्मार्ट होती जाएंगी। इन हथियारों के जरिए भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को सुनिश्चित कर सकता है। साथ ही, यह हथियार न केवल रक्षा बल्कि आतंकवाद और असमाजिक गतिविधियों के खिलाफ भी एक प्रभावी हथियार साबित होगा।

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