1. लॉकहीड मार्टिन F-35 लाइटनिंग II (अमेरिका)
अमेरिका का यह पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट एडवांस सेंसर, नेटवर्किंग क्षमता और मल्टी-रोल परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता है। हवा से हवा और जमीन दोनों पर हमला करने की इसकी क्षमता इसे युद्ध के हर मोर्चे पर प्रभावी बनाती है। इसकी सुपरक्रूज क्षमता और मैक 2.25 की स्पीड इसे वायु युद्ध में अजेय बनाती है।
2. लॉकहीड मार्टिन F-22 रैप्टर (अमेरिका)
दुनिया का पहला 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ विमान। F-22 अपनी अद्वितीय चपलता, स्टील्थ डिजाइन और एयर सुपरियोरिटी मिशन में बेजोड़ प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, सुपीरियर अवेयरनेस और नेटवर्क-केंद्रित ऑपरेशन की क्षमता है, जिससे यह अमेरिका की वायु शक्ति का सबसे अहम हिस्सा बन गया है।
3. सुखोई Su-57 ‘फेलन’ (रूस)
रूस का यह पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट स्टील्थ, सुपर-मैन्यूवरेबिलिटी और एडवांस हथियार प्रणालियों का घातक मिश्रण है। यह हवा और ज़मीन दोनों जगह हमला करने में सक्षम है और आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम से लैस है।
4 .चेंगदू J-20 (चीन)
चीन का यह स्टील्थ फाइटर एशिया में तकनीकी उन्नति का प्रतीक माना जाता है। इसे लंबी दूरी के हवाई हमलों और वायु श्रेष्ठता हासिल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हालांकि, इसकी इंजन क्षमता और स्टील्थ विशेषताओं पर विशेषज्ञ सवाल उठाते रहे हैं, लेकिन फिर भी यह चीन की रक्षा रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
5. दसॉ राफेल (फ्रांस) भारत
फ्रांस द्वारा विकसित यह 4.5 पीढ़ी का मल्टी-रोल फाइटर भारत की वायुसेना में भी शामिल है। इसे “ओमनी-रोल” विमान कहा जाता है, क्योंकि यह एक साथ कई मिशन को अंजाम दे सकता है—चाहे वह हवाई युद्ध हो, ग्राउंड स्ट्राइक हो या परमाणु हथियारों का संचालन। इसकी अत्याधुनिक रडार प्रणाली और उच्च पेलोड क्षमता इसे सबसे भरोसेमंद फाइटर जेट्स में शुमार करती है।
6. यूरोफाइटर टाइफून (यूरोप)
ब्रिटेन, जर्मनी, इटली और स्पेन की साझेदारी में विकसित यह विमान तेज़, फुर्तीला और आधुनिक एवियोनिक्स से लैस है। इसकी मैक 2 की स्पीड और सटीक निशाना साधने की क्षमता इसे एक प्रभावशाली मल्टी-रोल फाइटर बनाती है।
7. सुखोई Su-35 फ्लैंकर-E (रूस)
रूस का यह 4++ पीढ़ी का विमान अपनी सुपर-मैन्यूवरेबिलिटी और शक्तिशाली इंजन के लिए जाना जाता है। इसका शक्तिशाली रडार सिस्टम इसे दुश्मन विमानों का सटीक पता लगाने और तुरंत कार्रवाई करने में सक्षम बनाता है। यह रूस की वायुसेना का मजबूत स्तंभ है।
0 comments:
Post a Comment