नकसीर क्या है?
नकसीर तब होती है जब नाक के अंदर की रक्तवाहिनियाँ (blood vessels) फट जाती हैं और खून बहने लगता है। यह खून नाक के सामने के हिस्से (anterior nosebleed) से भी आ सकता है या कभी-कभी नाक के पीछे की गहराई से (posterior nosebleed) भी निकल सकता है। आगे की नकसीर ज्यादा आम और कम गंभीर होती है, जबकि पीछे की नकसीर थोड़ी जटिल हो सकती है।
नाक से खून आने के आम कारण
1. सूखी और गर्म हवा: गर्मियों में या बहुत अधिक सूखे मौसम में नाक की अंदरूनी परत सूख जाती है जिससे रक्तवाहिनियाँ फट सकती हैं।
2. नाक में उंगली डालना या बार-बार खुजाना: बच्चों में यह एक आम कारण है। नाक में उंगली डालने से कोमल नसें टूट सकती हैं।
3. तेज धूप या लू लगना: ज्यादा देर धूप में रहने या शरीर में अत्यधिक गर्मी बढ़ने से नकसीर हो सकती है। इसे नजरअंदाज न करें।
4. ब्लड प्रेशर का बढ़ना: उच्च रक्तचाप नकसीर का एक संभावित कारण हो सकता है, खासकर बुजुर्गों में देखने को मिलता हैं।
5 .विटामिन की कमी: विटामिन C और K की कमी भी रक्त वाहिकाओं को कमजोर बना सकती है। जिससे नस से खून निकल सकते हैं।
नकसीर के दौरान क्या करें?
व्यक्ति को शांत रखें। उसे सीधा बैठाएं और सिर थोड़ा आगे झुकाएं (पीछे नहीं, वरना खून गले में जा सकता है)। नाक के निचले हिस्से को हल्के दबाव से 5-10 मिनट तक दबाए रखें। ठंडी पट्टी या बर्फ से सिकाई करें। अगर 15-20 मिनट बाद भी खून न रुके, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
नकसीर से बचाव के उपाय
गर्मियों में अधिक पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें।
सीधी धूप से बचें और सिर को ढंककर बाहर निकलें।
नाक में उंगली डालने से बचें, खासकर बच्चों को समझाएं।
घर में ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करें यदि वातावरण बहुत सूखा हो।
नाक की नमी बनाए रखने के लिए नारियल तेल या वैसलीन का प्रयोग करें।
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