Jaguar Drain- 3: भारत का ये फाइटर जेट बना और घातक

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना की ताकत में एक और अहम इज़ाफा हुआ है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने ऐलान किया है कि Jaguar फाइटर जेट का नवीनतम संस्करण, ‘Jaguar Drain-3’, अब 2035 तक सेवा में बना रहेगा। HAL ने इसे उन्नत तकनीकों से लैस कर एक आधुनिक स्ट्राइक एयरक्राफ्ट में तब्दील कर दिया है।

HAL द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, Jaguar Drain-3 को AESA रडार, लेज़र गाइडेड बम और Textron CBU-105 सेंसर-फ्यूज्ड हथियार जैसी आधुनिक तकनीकों से लैस किया गया है। अब यह जेट दुश्मन के हवाई अड्डों और आतंकी ठिकानों को सटीकता से नष्ट करने में सक्षम है।

10 वर्षों की उन्नयन प्रक्रिया अब पूरी

Jaguar फाइटर जेट्स को अपग्रेड करने की यह परियोजना पिछले दस वर्षों से जारी थी। HAL के अधिकारियों के अनुसार, Drain-3 अपग्रेड ने जेट की स्ट्राइक क्षमता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। नई तकनीक के जुड़ने से यह विमान अब नेटवर्क-सेंट्रिक वॉरफेयर में भी दक्ष हो गया है।

Deep Penetration Strike में दक्ष

Jaguar Drain-3 को ‘Deep Penetration Strike Aircraft’ की श्रेणी में रखा जाता है। इसका अर्थ है कि यह विमान दुश्मन की सीमा में भीतर तक घुसकर सैन्य ठिकानों, आतंकी अड्डों और रणनीतिक टारगेट्स पर हमला करने में सक्षम है। यह विशेषता इसे एक अत्यंत महत्वपूर्ण सामरिक संपत्ति बनाती है।

भारतीय वायुसेना में 6 स्क्वाड्रन तैनात

फिलहाल भारतीय वायुसेना में Jaguar की 6 स्क्वाड्रन सक्रिय हैं। प्रत्येक स्क्वाड्रन में औसतन 20 फाइटर जेट्स शामिल हैं। ये जेट्स गोरखपुर, जामनगर और अंबाला जैसे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण एयरबेस पर तैनात हैं। Drain-3 अपग्रेड के बाद, इन स्क्वाड्रनों की आक्रामक क्षमता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और कदम

विशेषज्ञों का मानना है कि Jaguar Drain-3 का अपग्रेड भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति के तहत एक बड़ी सफलता है। यह न केवल वायुसेना की ताकत को बढ़ाता है, बल्कि HAL जैसी स्वदेशी कंपनियों की तकनीकी क्षमताओं को भी दर्शाता है।

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