फोटो सहित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली
इस नई व्यवस्था के तहत अब छात्रों की उपस्थिति सिर्फ नाम पुकार कर नहीं, बल्कि बायोमेट्रिक मशीन और उनकी तस्वीर के माध्यम से दर्ज की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल वही छात्र कक्षा में मौजूद हैं जो वास्तव में स्कूल आए हैं। शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे फर्जी उपस्थिति की समस्या पर लगाम लगेगी और छात्रों की नियमितता और अनुशासन में सुधार होगा।
समर कैंप: रचनात्मकता को मिलेगा बढ़ावा
इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने समर कैंप की भी घोषणा की है, जो गर्मी की छुट्टियों के दौरान संचालित किया जाएगा। इस कैंप में संगीत, कला, नाटक और क्राफ्ट जैसी गतिविधियों की कक्षाएं चलाई जाएंगी। खास बात यह है कि इन कक्षाओं के संचालन के लिए स्थानीय कलाकारों को आमंत्रित किया जाएगा।
इन कलाकारों को सम्मानजनक सहयोग राशि भी प्रदान की जाएगी, जिससे न केवल विद्यार्थियों को बेहतर मार्गदर्शन मिलेगा बल्कि स्थानीय कला और कलाकारों को भी मंच मिलेगा। यह पहल छात्रों के रचनात्मक विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक जागरूकता को भी बढ़ावा देगी।
शिक्षा में अनुशासन और नवाचार की नई पहल
डॉ. एस. सिद्धार्थ ने कहा, "हमारी कोशिश है कि बच्चों की शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान तक सीमित न रहे, बल्कि वे हर पहलू में विकसित हों – चाहे वो उपस्थिति की सटीकता हो या उनकी रचनात्मक क्षमता।" शिक्षा विभाग की यह पहल – बिहार के शिक्षा तंत्र को अधिक पारदर्शी, आधुनिक और समग्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
0 comments:
Post a Comment