सरकार का सराहनीय कदम
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में करोड़ों श्रद्धालु देश-विदेश से भाग लेते हैं, और ऐसे में उनकी आवाजाही की व्यवस्था सुचारु बनाए रखना अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। इस कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम देने में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के कर्मचारियों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के समापन के बाद यह घोषणा की थी कि चालक और परिचालकों को उनके सेवा भाव के लिए पुरस्कृत किया जाएगा, और मंगलवार को इस वादे को निभाते हुए 24 करोड़ 71 लाख रुपये की राशि जारी कर दी गई।
किसे मिला लाभ?
इस स्कीम के अंतर्गत कुल 11,786 चालक और 12,285 परिचालक, यानी कुल 24,071 कर्मचारियों को इस बोनस का लाभ मिला है। यह राशि सीधे उनके खातों में स्थानांतरित की गई है, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से भी मजबूती मिलेगी और मनोबल में भी वृद्धि होगी।
परिवहन मंत्री का बयान
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह निर्णय न सिर्फ कर्मचारियों के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि इससे परिवहन सेवाओं की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। मंत्री के अनुसार, महाकुंभ में कुल 19 क्षेत्रों से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, जिनमें लखनऊ से सबसे ज्यादा 2,162 और झांसी से सबसे कम 574 कर्मचारी शामिल थे।
कर्मचारियों की मेहनत रंग लाई
महाकुंभ जैसे आयोजन में सुरक्षित और व्यवस्थित परिवहन सेवा सुनिश्चित करना कोई आसान कार्य नहीं होता। लेकिन यूपी रोडवेज के चालक और परिचालकों ने यह काम बखूबी निभाया। उनके समर्पण और अनुशासन का ही परिणाम है कि 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा स्नान कर सके। यह आंकड़ा अपने आप में रिकॉर्ड है और यह तभी संभव हो पाया जब हर कर्मचारी ने अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाया।
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