पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश का दौर
9 जुलाई को पश्चिमी यूपी के कई जिलों — जैसे शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़ और अलीगढ़ — में बादल गरजने और बिजली चमकने की चेतावनी जारी की गई है। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र और कौशांबी जैसे इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
इसके साथ ही झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट और महोबा जैसे बुंदेलखंड के ज़िलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। इन क्षेत्रों में जलभराव और फसलों को नुकसान जैसी समस्याएं उभर सकती हैं, इसलिए किसानों और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मानसून की स्थिति और कारण
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस परिवर्तनशील मौसम की मुख्य वजह मॉनसून द्रोणी (ट्रफ लाइन) की स्थिति है, जो इस समय मेरठ, लखनऊ और वाराणसी के आसपास से होकर गुजर रही है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, जिससे यूपी के दक्षिणी हिस्सों — विशेषकर बुंदेलखंड और आसपास के ज़िलों — में वर्षा की तीव्रता बढ़ सकती है।
अगले 2-3 दिन: छिटपुट से भारी वर्षा का अनुमान
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो से तीन दिनों में प्रदेश के दक्षिणी इलाकों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है, जबकि अन्य हिस्सों में हल्की या मध्यम वर्षा जारी रहेगी। इस दौरान गरज-चमक और आंधी-तूफान की आशंका को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर खुले स्थानों और बिजली के खंभों के पास न जाने की चेतावनी दी गई है।
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