स्वदेशी मिसाइल से बढ़ेगी मारक क्षमता
तेजस Mk-1A में प्रस्तावित स्वदेशी BVRAAM मिसाइल 100 किलोमीटर से अधिक दूरी तक दुश्मन के लड़ाकू विमानों को नष्ट करने में सक्षम होगी। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) जुलाई के अंत या अगस्त की शुरुआत तक इसका परीक्षण शुरू करने की तैयारी में है। यह मिसाइल भविष्य में तेजस को हवा से हवा में लड़ाई में आत्मनिर्भर और और भी खतरनाक बनाएगी।
Mk-1A: पहले से कहीं ज्यादा आधुनिक
1 .AESA रडार (ELM-2052): इज़रायली तकनीक पर आधारित यह रडार एक साथ कई लक्ष्यों की पहचान और ट्रैकिंग कर सकता है, जो जटिल युद्ध क्षेत्रों जैसे लद्दाख या पूर्वोत्तर के लिए महत्वपूर्ण है।
2 .डिजिटल कॉकपिट और फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम: स्मार्ट मल्टी-फ़ंक्शन डिस्प्ले (SMFDs) और DFCC Mk-1A की मदद से उच्च ऊंचाई और गति पर बेहतर नियंत्रण संभव होता है।
3 .इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम: स्वदेशी जैमर, रडार चेतावनी रिसीवर और काउंटरमेजर डिस्पेंसर सिस्टम से विमान खुद को दुश्मन की मिसाइलों और रडार से बचा सकता है।
तेजस Mk-1A की हथियार क्षमता
तेजस Mk-1A एक बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान है, जो भारतीय और पश्चिमी मूल के कई हथियारों को ढोने में सक्षम है। इसके नौ हार्डपॉइंट्स पर निम्नलिखित हथियार लगाए जा सकते हैं: स्वदेशी BVRAAM (100+ किमी रेंज), पाइथन-5 और ASRAAM जैसी शॉर्ट रेंज मिसाइलें, SAAW (Smart Anti Airfield Weapon) और लेजर-गाइडेड बम, भविष्य में हल्के रूपांतरित ब्रह्मोस मिसाइल भी।
तेजस की उत्पादन क्षमता में तेजी
HAL अब नासिक, बेंगलुरु और हैदराबाद में तेजस की उत्पादन लाइनों को सक्रिय कर चुकी है। नासिक में बनी तीसरी असेंबली लाइन से 2025-26 के दौरान 3 से 4 Mk-1A जेट्स की डिलीवरी की योजना है। उत्पादन क्षमता को सालाना 16 तेजस विमान बनाने तक बढ़ाया जाएगा, जिससे भारतीय वायुसेना की लड़ाकू ताकत में भारी इजाफा होगा।
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