भारत को रूस देगा ये 2 सबसे घातक हथियार, चीन सन्न!

नई दिल्ली। भारत अपनी हवाई ताकत को लगातार आधुनिक बना रहा है और भविष्य की युद्ध नीतियों के अनुरूप खुद को तैयार कर रहा है। इसी क्रम में रूस की एक बड़ी सैन्य पेशकश ने सामरिक हलकों में हलचल मचा दी है। रूस ने भारतीय वायुसेना (IAF) को अपना अत्याधुनिक पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर Su-57E और उसके साथ भारी मानव रहित कॉम्बैट ड्रोन S-70 ओखोटनिक-B देने की पेशकश की है। यह कॉम्बिनेशन न केवल भारत की वायु शक्ति को कई गुना बढ़ा सकता है, बल्कि भविष्य के युद्धों की दिशा भी तय कर सकता है।

1 .क्या है Su-57E और क्यों है यह खास?

Su-57E, रूस के Su-57 "Felon" का एक्सपोर्ट वर्जन है। यह एक ट्विन-इंजन, मल्टी-रोल स्टील्थ फाइटर है जिसे हवा में श्रेष्ठता पाने, जमीनी और हवाई लक्ष्यों पर सटीक हमले करने और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में दक्षता के लिए डिजाइन किया गया है। 

इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं: रडार से बचने की उच्च क्षमता, बिना आफ्टरबर्नर के सुपरसोनिक फ्लाइट, अत्याधुनिक मल्टी-टारगेट ट्रैकिंग क्षमता,  नेटवर्क-सेंट्रिक युद्ध प्रणाली। 

2 .ओखोटनिक-B: हवा में 'अदृश्य' हमला

S-70 ओखोटनिक-B एक भारी मानव रहित कॉम्बैट एरियल व्हीकल (UCAV) है, जिसे ‘Ghost Drone’ भी कहा जाता है। इसका डिजाइन 'फ्लाइंग विंग' पर आधारित है, जो इसे अत्यधिक स्टील्थी बनाता है। 

इसकी खासियतें हैं: 20 टन वजन और 20 मीटर विंगस्पैन, स्टील्थ कोटिंग्स और कंपोजिट मटेरियल का इस्तेमाल, दीर्घकालिक उड़ान क्षमता और भारी हथियारों का संचालन, Su-57E के साथ नेटवर्क लिंकिंग क्षमता। यह UCAV विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले मिशनों के लिए तैयार किया गया है, जहां मानव पायलटों को भेजना खतरनाक हो सकता है।

MUM-T कॉन्सेप्ट: मानव और मानव रहित का संगम

Su-57E और ओखोटनिक-B की यह जोड़ी Man-Unmanned Teaming (MUM-T) कॉन्सेप्ट का आदर्श उदाहरण है। इसमें Su-57E एक "कमांड एंड कंट्रोल" हब के रूप में कार्य करेगा, जो ओखोटनिक-B को निर्देश देगा—जैसे लक्ष्यों की पहचान, हमला या टोही। इससे: जोखिम वाले क्षेत्रों में बिना पायलट के मिशन पूरे किए जा सकते हैं, दुश्मन की डिफेंस को चकमा देना आसान होगा, रियल टाइम इंटेलिजेंस और स्ट्राइक क्षमता बढ़ेगी।

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