दुनिया के 5 देश बना रहे हैं सबसे ज्यादा मिलिट्री ड्रोन

न्यूज डेस्क। आधुनिक युद्ध के परिदृश्य में जहां एक ओर हथियारों की होड़ जारी है, वहीं दूसरी ओर मिलिट्री ड्रोन टेक्नोलॉजी तेजी से पारंपरिक हथियारों की जगह ले रही है। सैन्य रणनीति में ड्रोन अब निगरानी से लेकर सटीक हमलों तक की भूमिका निभा रहे हैं। कई देश इस उभरती टेक्नोलॉजी में वैश्विक बढ़त हासिल करने की होड़ में हैं। आइए जानते हैं वे 5 देश जो दुनिया में सबसे ज्यादा और सबसे उन्नत मिलिट्री ड्रोन बना रहे हैं।

1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)

अमेरिका न केवल दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य ताकत है, बल्कि मिलिट्री ड्रोन टेक्नोलॉजी में भी अग्रणी है। MQ-9 Reaper, RQ-4 Global Hawk और MQ-1 Predator जैसे ड्रोन अमेरिकी सेना की रीढ़ बन चुके हैं। अमेरिका ड्रोन निर्माण में अत्याधुनिक सेंसर, लंबी दूरी की मारक क्षमता और AI आधारित टारगेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करता है।

2. चीन

चीन ने पिछले दशक में ड्रोन तकनीक में जबरदस्त प्रगति की है। Wing Loong और CH (Cai Hong) सीरीज जैसे ड्रोन वैश्विक बाजार में अमेरिका के विकल्प के रूप में देखे जा रहे हैं। चीन न केवल खुद के लिए बल्कि पाकिस्तान, सऊदी अरब जैसे देशों को भी बड़ी मात्रा में ड्रोन निर्यात करता है।

3. तुर्की

तुर्की ने पिछले कुछ वर्षों में ड्रोन निर्माण में अप्रत्याशित छलांग लगाई है। Bayraktar TB2 और Akinci जैसे ड्रोन को यूक्रेन-रूस युद्ध में काफी प्रभावी पाया गया। तुर्की ने सस्ती, सटीक और टिकाऊ ड्रोन तकनीक विकसित कर वैश्विक रक्षा बाजार में अपनी जगह मजबूत की है।

4. इज़राइल

इज़राइल लंबे समय से ड्रोन टेक्नोलॉजी का अग्रणी रहा है। Heron और Harop जैसे ड्रोन न केवल निगरानी बल्कि आत्मघाती हमलों के लिए भी इस्तेमाल किए जाते हैं। इज़राइल का ध्यान मुख्य रूप से ड्रोन की मारक क्षमता और AI आधारित ऑटोमेशन पर केंद्रित है।

5. रूस

रूस हाल के वर्षों में ड्रोन निर्माण में तेजी से आगे बढ़ा है। यूक्रेन युद्ध में रूस ने ड्रोन तकनीक का बड़े पैमाने पर उपयोग किया। Orlan-10 और Lancet जैसे ड्रोन उसकी नई रणनीतिक क्षमताओं का हिस्सा बन चुके हैं। हालाँकि, रूस अब भी कुछ मामलों में पश्चिमी देशों से पीछे है, लेकिन उसकी प्रगति उल्लेखनीय है।

0 comments:

Post a Comment