क्या है योजना का उद्देश्य?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि वे परिवार की आमदनी में भागीदार बन सकें। योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा और उन्हें आर्थिक सहायता के साथ-साथ बाज़ार उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी की जाएगी।
क्या मिलेगा महिलाओं को?
1 .प्रारंभिक सहायता: योजना के अंतर्गत हर परिवार से एक महिला को ₹10,000 की पहली किस्त दी जाएगी, जो सितंबर 2025 में प्रदान की जाएगी। यह राशि महिला को अपने व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए दी जा रही है।
2 .अतिरिक्त सहायता: छह महीने के भीतर जिन महिलाओं का प्रदर्शन अच्छा रहेगा, उन्हें ₹2 लाख तक की अतिरिक्त आर्थिक सहायता दी जाएगी, ताकि वे अपना व्यवसाय आगे बढ़ा सकें।
3 . हाट-बाजार की सुविधा: सरकार स्थानीय हाट-बाजारों का विकास करेगी, जहां महिलाएँ अपने उत्पादों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचा सकेंगी। इससे उन्हें बाजार की सीधी पहुँच मिलेगी और उनके उत्पादों को अच्छा दाम भी मिल सकेगा।
किन्हें मिलेगा लाभ?
हर परिवार से एक महिला इस योजना का लाभ उठा सकती है। लाभार्थी महिला की पहचान पंचायत या नगर निकाय स्तर पर की जाएगी। महिला को व्यवसाय शुरू करने की इच्छा और योजना प्रस्तुत करनी होगी।
महिलाओं को कैसे मिलेगा लाभ?
आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिसमें महिलाएँ अपना पंजीकरण करवा सकेंगी। स्थानीय प्रशासन और महिला विकास विभाग महिलाओं का चयन करेगा। चयनित महिलाओं को बैंक खाते के माध्यम से राशि दी जाएगी। नियमित निगरानी और मूल्यांकन के आधार पर बेहतर प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को अतिरिक्त सहायता मिलेगी।

0 comments:
Post a Comment