शिवपुराण एवं अन्य ग्रंथों में उल्लेख है कि सावन मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। इस पावन अवसर पर यदि कुछ विशेष मंत्रों का जाप किया जाए, तो न केवल आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है, बल्कि मानसिक शांति, नकारात्मकता से मुक्ति और सौभाग्य की प्राप्ति भी होती है। आइए जानते हैं ऐसे ही तीन शक्तिशाली शिव मंत्र, जिनका जाप आपके भाग्य को बदल सकता है:
1. ॐ नमः शिवाय
यह पंचाक्षरी मंत्र शिव उपासना का मूल मंत्र माना जाता है। इसका अर्थ है "मैं शिव को नमस्कार करता हूँ।" यह मंत्र शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करता है। इसके जाप से मानसिक शांति, आत्मबल में वृद्धि और कर्मों का शुद्धिकरण होता हैं।
2. ॐ महेश्वराय नमः
यह मंत्र भगवान शिव के "महेश्वर" स्वरूप को समर्पित है, जो संहारक और सृष्टि के नियंत्रक माने जाते हैं। इस मंत्र के जाप से कठिन परिस्थितियों में विजय, बुरे समय से रक्षा और जीवन में स्थिरता आती हैं।
3. ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय
यह बीज मंत्रों से युक्त एक अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है, जो साधक की चेतना को उच्च स्तर पर ले जाता है। इसके जाप से आंतरिक शक्ति का जागरण, आध्यात्मिक उन्नति और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा।
कैसे करें जाप?
सुबह स्नान कर शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, दूध और गंगाजल चढ़ाएं। शांत वातावरण में बैठकर इन मंत्रों का कम से कम 108 बार जाप करें। जाप के दौरान मन को स्थिर रखें और शिव का ध्यान करें।
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