नई ताकत, नया भारत: इन 4 क्षेत्रों में भारत ने दुनिया को चौंका दिया

नई दिल्ली। 21वीं सदी का तीसरा दशक भारत के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित हो रहा है। एक समय वैश्विक मंच पर विकासशील कहे जाने वाला देश अब खुद को तेजी से "विकास-नेता" के रूप में स्थापित कर रहा है। चाहे बात अर्थव्यवस्था की हो, अंतरिक्ष की ऊंचाइयों की, या रक्षा तकनीक की – भारत ने अपने कदमों से दुनिया को न सिर्फ चौंकाया है, बल्कि प्रभावित भी किया है। आइए जानते हैं वे चार क्षेत्र, जिनमें भारत की छलांग ने वैश्विक मंच पर देश की पहचान को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।

1 .विकास दर और आर्थिक ग्रोथ: वैश्विक सुस्ती में भारत की तेजी

जहां दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं मंदी और महंगाई की मार झेल रही हैं, वहीं भारत ने 2024-25 में 6.5% से अधिक की जीडीपी ग्रोथ दर्ज करके सभी को चौंका दिया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक जैसी संस्थाएं भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था मान रही हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल पेमेंट्स, MSME सेक्टर और कृषि क्षेत्र में सुधारों ने भारत की आंतरिक मजबूती को नए आयाम दिए हैं।

2 .GDP की छलांग: अब टॉप 3 की दौड़ में भारत

भारत अब पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, और आने वाले वर्षों में जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ते हुए तीसरे स्थान पर पहुंचने की ओर अग्रसर है। यह केवल संख्या का खेल नहीं है, बल्कि यह भारत की नीति, नवाचार और निवेश पर केंद्रित रणनीति का परिणाम है। "मेक इन इंडिया", "स्टार्टअप इंडिया" और "डिजिटल इंडिया" जैसे अभियानों ने भारत को उत्पादन और सेवाओं दोनों में अग्रणी बना दिया है।

3 .स्पेस रेस: चंद्रयान से अंतरिक्ष की नई क्रांति

जब चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की, तो पूरी दुनिया ने भारत की वैज्ञानिक क्षमता को सलाम किया। इस उपलब्धि ने भारत को अंतरिक्ष में वैश्विक ताकत के रूप में स्थापित कर दिया। ISRO अब न सिर्फ अपने लिए, बल्कि दुनिया भर के देशों के लिए भी सैटेलाइट लॉन्च कर रहा है। हाल ही में घोषित गगनयान मिशन भारत को मानव अंतरिक्ष उड़ान वाले देशों की सूची में शामिल करने वाला है।

4 .मिसाइल और रक्षा तकनीक: आत्मनिर्भर भारत की असली ताक

भारत अब मिसाइल तकनीक और रक्षा उत्पादों में आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है। ब्रह्मोस मिसाइल, अग्नि सीरीज, और अब स्वदेशी फाइटर जेट्स जैसे तेजस – ये सब भारत की रक्षा तैयारी की नई कहानी बयां करते हैं। हाल ही में DRDO की हाइपरसोनिक तकनीकों के विकास ने भारत को दुनिया के टॉप चार देशों में शामिल कर दिया हैं।

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