दुनिया में भारत का जलवा: अब 8 देशों में UPI चलेगा

नई दिल्ली। भारत की डिजिटल क्रांति ने अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना डंका बजाना शुरू कर दिया है। भारतीय डिजिटल पेमेंट सिस्टम UPI (Unified Payments Interface) को दुनिया के 8 देशों ने अपनाकर भारत की तकनीकी ताकत को मान्यता दी है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3-4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के निमंत्रण पर वहां गए, जहां दोनों देशों ने डिजिटल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की गहरी इच्छा जाहिर की। इस दौरे के दौरान त्रिनिदाद और टोबैगो ने भी UPI को अपनाने का फैसला किया, जिससे वह UPI को अपनाने वाले देशों की सूची में शामिल हो गया।

UPI अपनाने वाले देश और उनकी उपलब्धियां

संयुक्त अरब अमीरात (UAE): 2021 में UAE ने QR कोड आधारित UPI पेमेंट शुरू किया। दुबई मॉल, अमीरात मॉल और कई अन्य जगहों पर UPI के जरिए पेमेंट किया जा सकता है।

भूटान: भारत का पहला पड़ोसी देश जिसने 2021 में BHIM UPI पेमेंट सिस्टम अपनाया। इससे दोनों देशों के पर्यटकों और व्यापारियों को बहुत लाभ हुआ।

सिंगापुर: 2023 में सिंगापुर में UPI को HitPay कंपनी के साथ मिलकर बढ़ावा दिया गया। अब वहां के रिटेल स्टोर, रेस्टोरेंट और टूरिस्ट स्पॉट्स पर QR कोड से पेमेंट संभव है।

फ्रांस: 2024 में फ्रांस यूरोप का पहला देश बना जिसने UPI को अपनाया। फ्रांसीसी कंपनी Lyra के सहयोग से UPI पेमेंट की शुरुआत एफिल टॉवर से हुई, जहां अब UPI के माध्यम से टिकट खरीदे जा सकते हैं।

नेपाल: 2024 में भारत-नेपाल के बीच क्रॉस-बॉर्डर लेनदेन के लिए UPI शुरू किया गया, जिससे दोनों देशों के नागरिकों के लिए पेमेंट और लेनदेन आसान हो गया।

मॉरीशस: 2024 में भारत और मॉरीशस ने मिलकर UPI और RuPay कार्ड सेवाओं की शुरुआत की। RuPay को मॉरीशस में घरेलू कार्ड की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।

श्रीलंका: मॉरीशस के साथ ही श्रीलंका में भी UPI पेमेंट सिस्टम शुरू किया गया, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक और डिजिटल कनेक्टिविटी मजबूत हुई।

त्रिनिदाद और टोबैगो: हाल ही में UPI को अपनाने वाला यह देश भारत के डिजिटल पेमेंट नेटवर्क का हिस्सा बन गया है। इस कदम से दोनों देशों के आर्थिक रिश्ते और मजबूत होंगे।

भारत की डिजिटल पहल को मिली अंतरराष्ट्रीय मान्यता

UPI न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक क्रांतिकारी पेमेंट समाधान साबित हो रहा है। इसकी सरलता, सुरक्षा और तेजी के कारण यह कई देशों में लोकप्रिय हो रहा है। UPI के माध्यम से भारत ने डिजिटल पेमेंट क्षेत्र में अपनी सॉफ्ट पावर बढ़ाई है और वैश्विक आर्थिक मंच पर अपनी पहचान मजबूत की है।

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