राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि ऐसी स्थिति में RC और DL को सस्पेंड कर दिया जाएगा। आपको अपने विवरण अपडेट कराने के लिए तीन महीने की मोहलत दी गई है। इसके बाद इन दस्तावेजों का नवीनीकरण रोक दिया जाएगा, साथ ही प्रदूषण सर्टिफिकेट (PUC) भी प्रभावित हो सकता है।
क्यों जरूरी है जानकारी अपडेट करना?
राज्य में ट्रैफिक व्यवस्था को डिजिटल और पारदर्शी बनाने के लिए केंद्र सरकार ने नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) लागू की है। इसके तहत बिहार सरकार ने कई अहम बदलावों को अपनाया है:
ई-चालान की सख्ती से वसूली की जाएगी: RC और DL धारकों की जानकारी सही और अप-टू-डेट होनी जरूरी है ताकि उन्हें समय पर सूचना दी जा सके। अगर आपके पास चालान की जानकारी पहुंच ही नहीं रही, तो ये सिस्टम की जिम्मेदारी नहीं, आपकी लापरवाही मानी जाएगी।
कैसे करें अपडेट?
अब मोबाइल नंबर और पता अपडेट करना होगा और इसके लिए सरकार एक QR कोड आधारित सिस्टम ला रही है। साथ ही वाहन और ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ी वेबसाइटों पर एक वार्षिक अपडेट अभियान भी चलाया जाएगा। इससे आम लोगों को अपडेट करने में सहूलियत मिलेगी।
अगर चालान नहीं भरा तो क्या होगा?
90 दिनों के अंदर ई-चालान जमा नहीं किया गया, तो DL और RC सस्पेंड या रद्द हो सकते हैं। 75वें दिन से ही अलर्ट नोटिस मिलना शुरू हो जाएगा। इसके बाद वाहन को “Not to be Transacted” की श्रेणी में डाल दिया जाएगा – यानी उस वाहन से कोई कानूनी गतिविधि नहीं की जा सकेगी।
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