1. लहसुन – प्राकृतिक बीपी नियंत्रक
लहसुन को आयुर्वेद में "स्वाभाविक रक्तचाप नियंत्रक" माना गया है। इसमें एलिसिन नामक यौगिक पाया जाता है जो रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करके ब्लड प्रेशर को कम करता है। सुबह खाली पेट एक या दो कच्ची लहसुन की कलियां चबाना लाभकारी होता है।
2. तुलसी और नीम के पत्ते
तुलसी और नीम दोनों ही एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को सुधारते हैं। रोज़ सुबह खाली पेट 5-7 तुलसी और 3-4 नीम की कोमल पत्तियां चबाकर गुनगुना पानी पीने से बीपी नियंत्रण में रहता है।
3. मेथी दाना – बीपी में असरदार
मेथी में फाइबर और आयरन प्रचुर मात्रा में होता है, जो बीपी को नियंत्रित करने में मदद करता है। रात को एक चम्मच मेथी दाना पानी में भिगो दें। सुबह छानकर बीज चबाकर खाएं और ऊपर से पानी पी लें। यह उपाय रोज़ाना करें।
4. आंवला – हृदय का रक्षक
आंवला विटामिन C का समृद्ध स्रोत है और यह रक्त नलिकाओं की दीवारों को मजबूत बनाता है और हाई बीपी को कंट्रोल करता हैं। एक चम्मच आंवला रस को शहद के साथ मिलाकर रोज़ सुबह सेवन करें। यह हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
0 comments:
Post a Comment