1. पाचन संबंधी समस्याएं
पपीते में मौजूद एंजाइम 'पपेन' पाचन क्रिया को सुचारु रूप से चलाने में मदद करता है। यह कब्ज, गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं में राहत देता है। फाइबर की अधिक मात्रा आंतों की सफाई में सहायक होती है।
2. दिल की बीमारियां
पपीता विटामिन C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत है, जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके सेवन से रक्त संचार बेहतर होता है और ब्लड प्रेशर भी नियंत्रण में रहता है।
3.आंखों की कमजोरी
पपीते में मौजूद विटामिन A और बीटा-कैरोटीन आंखों की रोशनी बढ़ाते हैं और मोतियाबिंद जैसी समस्याओं से बचाव करते हैं। नियमित सेवन से उम्र के साथ आने वाली दृष्टि समस्याओं को रोका जा सकता है।
4 . त्वचा संबंधी समस्याएं
पपीता त्वचा की सेहत के लिए भी वरदान है। इसके एंटीऑक्सीडेंट तत्व झुर्रियों को कम करते हैं और त्वचा को निखारते हैं। यह मुंहासों, दाग-धब्बों और पिग्मेंटेशन को भी कम करने में सहायक है।
5 . इम्यून सिस्टम की कमजोरी
रोज़ाना एक कटोरी पका पपीता खाने से शरीर को विटामिन C की भरपूर मात्रा मिलती है, जो इम्यून सिस्टम को मज़बूत करता है। इससे सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर वायरस जनित रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है।
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