भारत-रूस मिलकर बनाएंगे ये हथियार, चीन सन्न

नई दिल्ली। भारत और रूस के बीच दशकों पुराना सैन्य सहयोग अब एक नई दिशा में आगे बढ़ रहा है। दोनों देश पहले से ही अत्याधुनिक असॉल्ट राइफल AK-203 का संयुक्त निर्माण कर रहे हैं, और अब इस सहयोग का दायरा और भी बढ़ने जा रहा है। AK-19 कार्बाइन और PPK-20 सब-मशीन गन जैसे अत्याधुनिक हथियारों के संयुक्त निर्माण को लेकर बातचीत उन्नत चरण में है, जो न केवल भारतीय सुरक्षा बलों को और सशक्त बनाएगा, बल्कि भारत की रक्षा निर्यात क्षमताओं को भी मजबूती देगा।

AK-203: पहले से जारी सफल साझेदारी

उत्तर प्रदेश के कोरवा स्थित इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) में 6 लाख से अधिक AK-203 राइफल्स के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। यह परियोजना ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों का प्रमुख उदाहरण बन चुकी है, जहाँ न केवल हथियारों का उत्पादन देश में हो रहा है, बल्कि प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के जरिए भारत का तकनीकी कौशल भी विकसित हो रहा है।

अब बारी AK-19 और PPK-20 की

AK-19 एक हल्की और आधुनिक कार्बाइन है, जो NATO स्टैंडर्ड 5.56x45mm गोलियों का इस्तेमाल करती है। यह खासतौर पर अर्बन वारफेयर और क्लोज-क्वार्टर कॉम्बैट के लिए डिज़ाइन की गई है। वहीं PPK-20 एक कॉम्पैक्ट सब-मशीन गन है, जो तेजी से बदलते सुरक्षा परिदृश्य में कम दूरी की लड़ाई के लिए बेहद प्रभावी मानी जाती है। इन दोनों हथियारों के संयुक्त निर्माण की योजना दर्शाती है कि भारत अब केवल रक्षा सामग्री का आयातक नहीं, बल्कि निर्माता और निर्यातक बनने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है।

पूर्ण प्रौद्योगिकी हस्तांतरण: आत्मनिर्भरता की कुंजी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बात की पुष्टि हुई है कि AK-19 और PPK-20 के लिए “पूर्ण तकनीकी हस्तांतरण” की बातचीत चल रही है। यदि यह समझौता सफल होता है, तो भारत को इन हथियारों को न केवल अपने बलों के लिए बनाने की क्षमता मिलेगी, बल्कि अन्य मित्र देशों को निर्यात करने का भी मौका मिलेगा।

रणनीतिक संदेश: चीन और अन्य विरोधियों को स्पष्ट संकेत

भारत और रूस की इस साझेदारी से केवल भारत की सैन्य क्षमताओं में वृद्धि नहीं होगी, बल्कि यह चीन जैसे देशों के लिए भी एक रणनीतिक संदेश है। क्षेत्रीय अस्थिरता और सीमा विवादों के बीच, भारत अपनी रक्षा तैयारियों को अपग्रेड कर रहा है – वह भी विदेशी तकनीक पर निर्भर हुए बिना।

0 comments:

Post a Comment