दुनिया की 7 शक्तिशाली स्पेशल फोर्स, भारत के दो!

नई दिल्ली। जब दुनिया में कहीं भी संकट की घड़ी आती है, आतंक फैलता है, या कोई असाधारण ऑपरेशन करना हो – तब आम सैनिकों की नहीं, स्पेशल फोर्सेज की जरूरत पड़ती है। ये ऐसी इकाइयाँ होती हैं जो असंभव को भी संभव बना देती हैं। ये कमांडो मानसिक और शारीरिक रूप से बेहद मजबूत होते हैं और सबसे कठिन मिशनों के लिए तैयार रहते हैं।

1. यूएस नेवी सील्स (अमेरिका)

दुनिया की सबसे चर्चित स्पेशल फोर्स मानी जाती है। जमीन, समुद्र और आकाश में एकसाथ काम करने में माहिर। ओसामा बिन लादेन को मार गिराने वाले ऑपरेशन में इसी यूनिट की अहम भूमिका थी। 1962 में बनी यह फोर्स हर लिहाज़ से सुपर ट्रेनिंग के लिए जानी जाती है।

2. ब्रिटिश SAS (स्पेशल एयर सर्विस) – यूनाइटेड किंगडम

SAS को 'साइलेंट प्रोफेशनल्स' भी कहा जाता है। 1942 में शुरू हुई यह फोर्स आधुनिक स्पेशल ऑपरेशंस की जननी मानी जाती है। इसका स्लोगन – “Who Dares Wins” – इसके साहस को दर्शाता है।

3. मार्कोस (भारत)

भारतीय नौसेना की यह स्पेशल फोर्स समुद्री युद्ध में विशेषज्ञ है। आतंकवादियों के खिलाफ गुप्त ऑपरेशन में माहिर ये कमांडो आम नागरिकों की तरह दाढ़ी और आम कपड़े पहनकर ऑपरेट करते हैं। मुंबई 26/11 हमले के दौरान इनका साहस यादगार रहा।

4. रूसी अल्फा ग्रुप (रूस)

अल्फा ग्रुप रूस की सबसे आक्रामक और रहस्यमयी स्पेशल फोर्स मानी जाती है। बंधक संकट, आतंकवाद और राजनीतिक विद्रोह से निपटने में इनकी कुशलता बेमिसाल है। जंगल से लेकर शहरों तक, हर परिस्थिति में ये दक्ष हैं।

5. सेयरेत मटकल (इजरायल)

इजरायल की यह इंटेलिजेंस-बेस्ड स्पेशल यूनिट दुश्मन की जानकारी जुटाने, आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और हाई रिस्क मिशन को अंजाम देने में महारत रखती है। इसकी ट्रेनिंग SAS के मॉडल पर आधारित है।

6. पैरा स्पेशल फोर्सेज (भारत)

भारतीय सेना के ये पैरा कमांडो दुनिया के सबसे कठिन प्रशिक्षण को झेलते हैं। ये हाई एल्टीट्यूड से जंप, जंगल युद्ध, और सीक्रेट ऑपरेशन में माहिर होते हैं। उरी सर्जिकल स्ट्राइक के पीछे इन्हीं का हाथ था।

7. GIGN (फ्रांस)

फ्रांस की इस एलीट यूनिट को बंधकों को छुड़ाने, आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन और वीआईपी सुरक्षा में विशेष ट्रेनिंग दी जाती है। ये अपनी सटीकता और तीव्र कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं।

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