1. प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना (PMKMY)
यह योजना खास तौर पर छोटे और सीमांत किसानों के लिए है, जिनकी उम्र 18 से 40 साल के बीच है। इसमें किसान अपनी क्षमता के अनुसार हर महीने एक निश्चित राशि जमा करता है, और सरकार भी उतनी ही राशि बराबर देती है। योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब किसान 60 वर्ष का हो जाता है, तब उसे हर महीने 3,000 रुपये की पेंशन मिलती है। यह योजना उन किसानों के लिए जीवनभर की सुरक्षा की तरह है, जिनके पास वृद्धावस्था में आय का कोई भरोसेमंद साधन नहीं होता।
2. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY)
यह योजना किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीट संक्रमण और बीमारियों से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए बनाई गई है। किसान इस योजना में मामूली प्रीमियम का भुगतान करता है, और पूरी फसल बीमा के तहत सुरक्षित रहती है। योजना में लगभग 50 से ज्यादा फसलों को कवर किया जाता है। इसके तहत किसानों को फसल खराब होने पर आर्थिक मुआवजा मिलता है, जिससे वे मुश्किल समय में आर्थिक सुरक्षा पा सकें। यह योजना खेती को जोखिममुक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
3. कृषि उड़ान योजना (Krishi UDAN Scheme)
इस योजना का मकसद किसानों की उपज को तेजी से बाजार तक पहुंचाना है। खासतौर पर पूर्वोत्तर, पहाड़ी और जनजातीय क्षेत्रों के किसानों को इसका बहुत फायदा हो रहा है। इसके तहत फल, फूल, मछली, पशु उत्पाद और प्रोसेस्ड खाद्य वस्तुएं देश के कई एयरपोर्ट से सीधे मंडियों तक पहुंचाई जाती हैं। इससे किसानों को ताजगी बरकरार रखने में मदद मिलती है और वे अपनी उपज का सही मूल्य पा पाते हैं। यह योजना उपज के समय-बचाव और बेहतर दाम दोनों की गारंटी देती है।
4 . प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY)
पानी की कमी से प्रभावित किसानों के लिए यह योजना वरदान साबित हो रही है। "हर खेत को पानी" और "प्रति बूंद अधिक फसल" के लक्ष्य के साथ इस योजना का मकसद खेतों तक सिंचाई की सुविधाएं पहुंचाना है। इसमें ड्रिप इरिगेशन, माइक्रो स्प्रिंकलर जैसे आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जिससे पानी की बचत होती है और फसल की पैदावार बढ़ती है। खासकर उन इलाकों में जहां मानसून असमान्य होता है, यह योजना किसानों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है।
5 .प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PM Dhan Dhanya Krishi Yojana)
हाल ही में शुरू हुई यह योजना 100 कृषि जिलों पर केंद्रित है, जो खेती के मामले में पिछड़े हुए हैं। इसका उद्देश्य इन जिलों में आधुनिक तकनीक, बेहतर बीज, प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता देकर खेती को मजबूती देना है। किसानों को इस योजना के तहत बेहतर संसाधन और कर्ज की सुविधा भी दी जाती है, ताकि वे खेती में विविधता ला सकें और अपनी आमदनी बढ़ा सकें। यह योजना कमजोर इलाकों में कृषि विकास की एक मजबूत पहल साबित हो रही है।
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