क्या है फिटमेंट फैक्टर और इसका क्या प्रभाव होगा?
8वें वेतन आयोग में सबसे ज़्यादा चर्चा फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) को लेकर है। यह वह गुणांक होता है, जिसके ज़रिए बेसिक पे को गुना करके नई सैलरी तय की जाती है। 7वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 था, जबकि 8वें वेतन आयोग के लिए अनुमानित फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है। हालांकि, ज़्यादातर रिपोर्ट्स में फिटमेंट फैक्टर 1.90 से 1.92 रहने की संभावना जताई गई है।
₹56,100 बेसिक पे पर क्या होगा असर?
यदि किसी कर्मचारी का वर्तमान बेसिक पे ₹56,100 है (Pay Level 10), तो अलग-अलग फिटमेंट फैक्टर पर अनुमानित कुल सैलरी इस प्रकार हो सकती है:
फिटमेंट फैक्टर: नई अनुमानित सैलरी
1.92 फिटमेंट फैक्टर पर बेसिक सैलरी: ₹1,07,712
2.08 फिटमेंट फैक्टर पर बेसिक सैलरी: ₹1,16,688
2.86 (उच्चतम अनुमान) फिटमेंट फैक्टर पर बेसिक सैलरी: ₹1,60,446
यह स्पष्ट है कि यदि सरकार उच्च फिटमेंट फैक्टर पर सहमति जताती है, तो कर्मचारियों की सैलरी में भारी बढ़ोतरी होगी। यह बदलाव न सिर्फ सक्रिय कर्मचारियों, बल्कि रिटायर्ड कर्मियों की पेंशन पर भी असर डालेगा। इससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
कब लागू हो सकता है 8वां वेतन आयोग?
फिलहाल केंद्र सरकार की ओर से 8वें वेतन आयोग को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन 2026 के आसपास इसके लागू होने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि 7वें वेतन आयोग को लागू हुए लगभग एक दशक होने को है। कर्मचारी संगठन भी लगातार मांग कर रहे हैं कि 8वें वेतन आयोग की घोषणा जल्द की जाए।
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