MBBS फीस में भारी उछाल
पिछले वर्षों की तुलना में इस बार MBBS की फीस में 1.55 लाख रुपये से लेकर 5.71 लाख रुपये तक की वृद्धि हुई है। कुल 31 निजी मेडिकल कॉलेजों में से 17 कॉलेजों ने फीस बढ़ाने की मंजूरी प्राप्त की है। यह वृद्धि खासकर उन छात्रों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है जो मेडिकल शिक्षा के लिए आर्थिक रूप से सीमित संसाधन रखते हैं।
पोस्टग्रेजुएट कोर्स की फीस भी महंगी
एमडी और एमएस पाठ्यक्रमों की फीस में भी कई कॉलेजों ने दस लाख रुपये तक की बढ़ोतरी की है। कुल 23 कॉलेजों में से 9 कॉलेजों की फीस में वृद्धि को मंजूरी मिली है, जिससे पोस्टग्रेजुएट मेडिकल शिक्षा की लागत भी बढ़ गई है।
हॉस्टल फीस में मामूली वृद्धि
मेडिकल कॉलेजों के हॉस्टल की फीस में भी इस साल मामूली वृद्धि हुई है। पिछले साल जहां हॉस्टल फीस 1.92 लाख से 3.30 लाख रुपये के बीच थी, वहीं अब इसे बढ़ाकर 2.02 लाख से 3.46 लाख रुपये कर दिया गया है। हॉस्टल फीस में वृद्धि छात्रों की कुल खर्च में एक अतिरिक्त बोझ बन सकती है।
छात्रों और अभिभावकों पर असर
फीस वृद्धि के कारण कई छात्रों और उनके परिवारों के लिए मेडिकल शिक्षा की पहुँच और भी मुश्किल हो जाएगी। खासकर मध्यम और निम्न आर्थिक वर्ग के परिवारों के लिए यह निर्णय चिंता का विषय है। सरकार और शिक्षा विभाग से उम्मीद है कि वे इस मामले में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए कोई राहत या सहायता योजना लागू करें।
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