भारतीय सेना को मिलेंगी नई 'टैंक किलर' मिसाइलें

नई दिल्ली। भारतीय सेना जल्द ही दुश्मन के टैंकों और बख्तरबंद वाहनों से निपटने के लिए एक और बड़ी छलांग लेने जा रही है। देश की प्रमुख रक्षा उत्पादन कंपनी भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) को 809 करोड़ रुपये का एक बड़ा ठेका मिला है, जिसके तहत वह भारतीय सेना के लिए नई एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलें (ATGMs) तैयार करेगी। यह सौदा न केवल युद्धक्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक ठोस कदम साबित होगा।

क्या हैं 'टैंक किलर' मिसाइलें?

'टैंक किलर' नाम से पहचानी जाने वाली ये मिसाइलें विशेष रूप से दुश्मन के भारी बख्तरबंद टैंकों, कवचयुक्त वाहनों और रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाकर नष्ट करने के लिए विकसित की जाती हैं। इनमें अत्याधुनिक गाइडिंग सिस्टम होता है, जो लक्ष्य की सटीक पहचान कर उसे नष्ट करने में मदद करता है — चाहे वह स्थिर हो या गतिशील।

युद्ध के स्वरूप में ATGM की भूमिका

आधुनिक युद्धभूमि में टैंक और बख्तरबंद वाहनों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। लेकिन इनके प्रभाव को निष्क्रिय करने के लिए एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलें (ATGMs) निर्णायक हथियार बन चुकी हैं। ये मिसाइलें ज़मीन से लेकर वाहन, हेलीकॉप्टर या ड्रोन जैसे प्लेटफॉर्म से लॉन्च की जा सकती हैं। इनका फायर-एंड-फॉरगेट और लॉक-ऑन-बिफोर-लॉन्च जैसा तकनीकी स्वरूप इन्हें आधुनिक युद्ध के लिए आदर्श बनाता है।

भारत डायनामिक्स लिमिटेड की भूमिका

BDL पहले से ही मिलान-2T और कोंकर्स-एम जैसी एंटी-टैंक मिसाइलों का उत्पादन कर रहा है, और यह नया ऑर्डर उसकी तकनीकी क्षमताओं में भरोसे का एक और प्रमाण है। इस सौदे से न सिर्फ सेना की ताकत में इज़ाफ़ा होगा, बल्कि देश के रक्षा उद्योग में रोज़गार और तकनीकी विकास के नए अवसर भी पैदा होंगे।

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