इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यह ऐलान किया कि लखनऊ को ‘AI सिटी’ के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां 400 से अधिक तकनीकी कंपनियों के निवेश की उम्मीद है। यह पहल न केवल तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि प्रदेश को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाएगी। ऐसे कदम उत्तर प्रदेश को भविष्य की तकनीकी दुनिया में अग्रणी स्थान दिलाने में मदद करेंगे और युवाओं को नई तकनीकों में दक्षता हासिल करने का अवसर प्रदान करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि यह विश्वविद्यालय प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में एक नया इतिहास रचने जा रहा है, जो छात्रों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा के साथ भविष्य की वैश्विक मांगों के अनुरूप तैयार करेगा। मुख्यमंत्री ने इस संस्थान को आधुनिकता और परंपरा का सुंदर मेल बताया, जो उत्तर प्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
बता दें की चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का नया परिसर लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर स्थित है और यह न केवल तकनीक के क्षेत्र में उत्कृष्टता की मिसाल बनेगा, बल्कि रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगा। शिक्षा, निवेश और तकनीकी विकास पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि प्रदेश में विश्वविद्यालयों में कुल 2,500 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार होंगे और यह राज्य के विकास को नई दिशा देगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पहले जहां आम नागरिक और खासकर बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं थीं, आज उत्तर प्रदेश एक सुरक्षित प्रदेश बन चुका है, जो निवेश और नवाचार के लिए अनुकूल माहौल प्रदान करता है।
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