मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि "जो सैनिक देश की सेवा में अग्निवीर के रूप में योगदान देंगे, उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस बल में प्राथमिकता के आधार पर भर्ती किया जाएगा।" उन्होंने आगे कहा कि सेना से लौटने वाले अग्निवीर न केवल अनुशासन और समर्पण की मिसाल होते हैं, बल्कि उनके पास प्रशिक्षण और मानसिक दृढ़ता का भी भरपूर अनुभव होता है, जो उन्हें एक कुशल पुलिसकर्मी बनाता है।
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र
सीएम योगी ने इस मौके पर भारतीय सेना की वीरता और पराक्रम की प्रशंसा करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि "आपने देखा होगा कि कैसे भारत के वीरों ने मात्र 22 मिनट में पाकिस्तान की धरती पर आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद कर दिया।" यह ऑपरेशन न सिर्फ भारत की सैन्य शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारतीय सेना आतंक के खिलाफ कितनी दृढ़ और प्रभावी है।
युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
इस घोषणा से उत्तर प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए एक नया रास्ता खुला है। अग्निपथ योजना में शामिल होकर जहां युवा देश सेवा कर सकते हैं, वहीं अब उन्हें पुलिस बल में स्थायी रोजगार का अवसर भी मिलेगा। यह कदम न केवल युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना को और प्रबल करेगा, बल्कि समाज में सुरक्षा और अनुशासन को भी मजबूती देगा।
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