यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख को लेकर बड़ा अपडेट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख के चुनाव को लेकर बड़ा बदलाव हो सकता है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मेरठ में यह जानकारी देते हुए कहा कि योगी सरकार इस समय इस चुनाव प्रक्रिया को सीधे जनता से कराने पर गंभीरता से विचार कर रही है। हालांकि अभी इस पर अंतिम फैसला लेना बाकी है, लेकिन यह कदम स्थानीय प्रशासन और पंचायत चुनावों में पारदर्शिता लाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।

वर्तमान चुनाव प्रणाली और उसकी समस्याएं

वर्तमान में यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जिला पंचायत के सदस्य करते हैं, जबकि ब्लाक प्रमुख का चुनाव ब्लॉक विकास परिषद (BDC) के सदस्य करते हैं। इस प्रणाली में अनेक बार चुनावी खरीद-फरोख्त के आरोप लगते रहे हैं। कई बार जिला पंचायत सदस्य या बीडीसी सदस्य अपने पक्ष में वोट दिलाने के लिए जुगत लगाते हैं, जिससे चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठते हैं और लोकतांत्रिक मूल्यों को चोट पहुंचती है।

सीधे जनता से चुनाव कराने की मांग

लंबे समय से सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों और जनता की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख के चुनाव को सीधे जनता से कराने की मांग की जा रही है। इसी दिशा में पहला कदम पहले नगर निगमों के महापौर के चुनाव में देखा गया था, जहाँ पहले महापौर का चुनाव पार्षद करते थे, लेकिन अब जनता सीधे महापौर का चुनाव करती है। इसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी जनता सीधे करती है। इस अनुभव ने साबित किया है कि सीधे चुनाव से चुनाव प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनती है।

योगी सरकार की सोच और भविष्य की दिशा

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयान से यह स्पष्ट हुआ है कि योगी सरकार भी पंचायत चुनावों की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में गंभीर है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा पंचायत चुनाव मजबूती के साथ लड़ेगी और हर जगह पार्टी का झंडा बुलंद रहेगा। अगर चुनाव प्रक्रिया में यह बदलाव आता है, तो इससे पंचायत चुनावों में जनता की भागीदारी बढ़ेगी, भ्रष्टाचार की संभावना कम होगी और लोकतंत्र की जड़ें मजबूत होंगी।

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