PM मोदी ने बताया: 10 सालों में भारत कैसे बना सुपरपावर

नई दिल्ली। 2014 से पहले का भारत एक ऐसा राष्ट्र था, जहां डिजिटल तकनीक का उपयोग सीमित था, इंटरनेट सुविधाएं गिने-चुने शहरों तक ही सीमित थीं, और सरकारी सेवाएं पारंपरिक ढर्रे पर धीरे-धीरे चलती थीं। परंतु पिछले एक दशक में भारत ने डिजिटल दुनिया में ऐसा ऐतिहासिक परिवर्तन किया है, जिसने न केवल देश की तकदीर बदली, बल्कि भारत को एक डिजिटल सुपरपावर के रूप में भी स्थापित कर दिया।

कई रिपोर्ट ये बतलाती हैं की प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने केवल तकनीकी बदलाव नहीं किया, बल्कि एक विचारधारा बदली है – वह विचारधारा जो तकनीक को केवल अमीरों का साधन नहीं, बल्कि गरीबों का अधिकार मानती है।

दरअसल प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हाल ही में लिखे गए LinkedIn ब्लॉग में बताया गया कि कैसे भारत ने अनजाने क्षेत्रों में भी बड़ी छलांग लगाई है। आइए जानें वे 7 बड़े कदम जिन्होंने भारत को डिजिटल क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व दिलाया और भारत को एक नई दिशा दी।

1. UPI: कैशलेस भारत की रीढ़

यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को 2016 में लॉन्च किया गया और यह अब भारत का सबसे ताकतवर डिजिटल उपकरण बन गया है। 2024 तक भारत में 100 अरब से अधिक डिजिटल ट्रांजैक्शन हो चुके हैं। वैश्विक स्तर पर हर दूसरा रीयल-टाइम ट्रांजैक्शन भारत में होता है। UPI ने भारत को फिनटेक क्रांति का अग्रदूत बना दिया है।

2. DBT (डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर):

DBT ने सरकारी योजनाओं की सब्सिडी सीधे लोगों के खातों में पहुंचाकर बिचौलियों और भ्रष्टाचार को खत्म किया है। अब तक 44 लाख करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए हैं और 3.48 लाख करोड़ की बचत हुई है। यह योजना गांव-गांव तक डिजिटल समावेशन का प्रतीक बन गई है।

3. DigiLocker: दस्तावेजों को डिजिटल

DigiLocker ने भारतवासियों को पेपरलेस जीवन जीने का विकल्प दिया है। 54 करोड़ से अधिक यूजर्स ने 775 करोड़ दस्तावेज स्टोर किए हैं। अब ड्राइविंग लाइसेंस हो या मार्कशीट – सब मोबाइल में सुरक्षित हैं।

4. CoWIN: दुनिया को दिखाया रास्ता

कोविड महामारी के दौरान भारत का CoWIN प्लेटफॉर्म विश्व के लिए मिसाल बन गया। 220 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज़ ट्रैक किए गए और सभी को डिजिटल सर्टिफिकेट दिए गए। कई देशों ने इस तकनीक को अपनाने की इच्छा भी जताई।

5. ONDC: छोटे व्यापारियों की बड़ी उड़ान

ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) ने छोटे व्यापारियों को डिजिटल बाजार से जोड़ा है। अब कोई भी कारीगर, चाहे वह पूर्वोत्तर भारत से हो या राजस्थान के गांव से, अपने उत्पाद ऑनलाइन बेच सकता है। यह डिजिटल लोकतंत्र की दिशा में बड़ा कदम है।

6. 5G: भविष्य की इंटरनेट क्रांति

सिर्फ 2 वर्षों में भारत में 4.8 लाख 5G टावर लगाए जा चुके हैं। अब गलवान और सियाचिन जैसे दुर्गम इलाके भी इंटरनेट से जुड़े हैं। इससे न केवल कनेक्टिविटी बढ़ी है, बल्कि AI, IoT और स्मार्ट सिटी मिशन को भी गति मिली है।

7. AI मिशन: भारत का बुद्धिमान भविष्य

भारत ने AI विकास के लिए 1.2 बिलियन डॉलर निवेश किया है। इससे स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा, कानून जैसे क्षेत्रों में नई क्रांति आई है। AI Excellence Centers युवाओं को नई पीढ़ी की तकनीकों से लैस कर रहे हैं। जिससे भारत की ताकत भी बढ़ रही हैं।

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