अमेरिका नहीं, ये देश हैं PPP GDP में सबसे आगे, भारत कहां हैं?

नई दिल्ली। 2025 में विश्व की आर्थिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहे हैं। अब अमेरिका विश्व की सबसे बड़ी PPP अर्थव्यवस्था नहीं है, बल्कि चीन और भारत ने PPP (Purchasing Power Parity) के आधार पर अपनी मजबूत आर्थिक स्थिति स्थापित कर ली है। PPP GDP की माप किसी देश की अर्थव्यवस्था की वास्तविक क्रय शक्ति को दर्शाती है, जो देश के भीतर वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों को ध्यान में रखती है। हालांकि सामान्य जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में अमेरिका आज भी नंबर वन हैं।

PPP GDP क्या है?

Purchasing Power Parity (PPP) का अर्थ है किसी देश की मुद्रा की क्रय शक्ति। यह माप इस बात का संकेत देता है कि एक समान मात्रा में वस्तु और सेवा एक देश में कितनी महंगी या सस्ती है, दूसरी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में। इस माप के आधार पर देशों की अर्थव्यवस्था की तुलना की जाती है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक वास्तविक और सटीक आर्थिक स्थिति सामने आती है।

2025 में शीर्ष 6 देशों की सूची

चीन: चीन अब PPP GDP के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। विशाल जनसंख्या, तेजी से बढ़ती औद्योगिक उत्पादन, तकनीकी प्रगति और निर्यात आधारित विकास मॉडल की वजह से चीन ने यह स्थान हासिल किया है।

संयुक्त राज्य अमेरिका: अमेरिका अब दूसरे स्थान पर है। अपनी उच्च तकनीकी, सेवा क्षेत्र और उपभोक्ता बाजार के कारण अमेरिका अभी भी विश्व की प्रमुख आर्थिक ताकत बना हुआ है, लेकिन PPP के आधार पर चीन से पीछे रह गया है।

भारत: PPP में भारत तीसरे स्थान पर है। देश की बढ़ती जनसंख्या, डिजिटल क्रांति, सेवा क्षेत्र की मजबूती और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था ने भारत को विश्व की शीर्ष आर्थिक शक्तियों में शामिल किया है। यह स्थान भारत के आर्थिक विकास का प्रतीक है।

जापान: PPP में जापान चौथे स्थान पर है, जो अपनी तकनीकी विशेषज्ञता और औद्योगिक क्षमता के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

जर्मनी: PPP में जर्मनी, यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, पांचवें स्थान पर है। इसकी मजबूत मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात आधारित अर्थव्यवस्था इसे विश्व में अग्रणी बनाती है।

रूस: PPP के मामले में रूस छठे स्थान पर है, जो अपनी प्राकृतिक संसाधनों और ऊर्जा क्षेत्र की ताकत के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

भारत की स्थिति और भविष्य की संभावनाएं

भारत का तीसरा स्थान हासिल करना बड़ी उपलब्धि है। देश की युवा आबादी, उद्यमिता की बढ़ती भावना, डिजिटल क्रांति, और विनिर्माण व सेवा क्षेत्रों की तेजी से बढ़ती ताकत ने इसे वैश्विक आर्थिक मानचित्र पर मजबूती से स्थापित किया है। भारत सरकार की आर्थिक सुधार योजनाएं और निवेश के अवसर इसे और आगे बढ़ाने में सहायक होंगे।

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