1. सौंफ
सौंफ सिर्फ माउथ फ्रेशनर ही नहीं, बल्कि थायराइड के लिए भी बेहद लाभकारी मानी जाती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और डिटॉक्सिफाइंग गुण थायराइड हार्मोन के स्राव को संतुलित करने में मदद करते हैं। रातभर एक चम्मच सौंफ को पानी में भिगो दें और सुबह छानकर इस पानी को खाली पेट पीएं।
2. मेथी के बीज
मेथी के बीज आयरन, मैग्नीशियम और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो मेटाबोलिज्म को तेज करते हैं और हाइपोथायरॉइडिज़्म में उपयोगी साबित होते हैं। 1 चम्मच मेथी के बीज को रातभर पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट चबा-चबाकर खाएं और ऊपर से वही पानी पी लें।
3. धनिया के बीज
धनिया के बीज थायराइड के पारंपरिक आयुर्वेदिक उपचारों में वर्षों से इस्तेमाल होते आए हैं। यह सूजन को कम करने और थायराइड हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है। 1 चम्मच धनिया के बीज को एक कप पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो छानकर गुनगुना पीएं। यह उपाय रोज़ाना सुबह खाली पेट अपनाएं।
4. अश्वगंधा का सेवन करें
अश्वगंधा एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो थायराइड ग्रंथि के कार्य को संतुलित करती है। खासतौर पर हाइपोथायरॉइड में यह बेहद कारगर है क्योंकि यह शरीर में थायरॉक्सिन (T4) हार्मोन का स्तर बढ़ाने में सहायक है। रोज़ाना रात को एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिलाकर पीने से लाभ होता है।
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