रूस - विशाल सैन्य ताकत
रूस की सैन्य शक्ति का इतिहास सोवियत संघ से शुरू होकर आज भी मजबूती से कायम है। यूक्रेन युद्ध भले ही इसकी कमजोरियों को उजागर करता है, लेकिन रूस की रणनीतिक गहराई, न्यूक्लियर ताकत और मिसाइल टेक्नोलॉजी आज भी उसे एक खतरनाक प्रतिद्वंद्वी बनाते हैं।
सैन्य बल: 10 लाख से अधिक सक्रिय सैनिक
रक्षा बजट: लगभग $100 अरब डॉलर
विशेषता: परमाणु हथियारों का सबसे बड़ा जखीरा, हाइपरसोनिक मिसाइलें
चीन - तकनीक और संख्या में दिग्गज
चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) आज दुनिया की सबसे बड़ी स्थायी सेना है। इसके तीन मुख्य अंग - थलसेना, वायुसेना और नौसेना - आधुनिकता की ओर तेज़ी से अग्रसर हैं। चीन आज न केवल पारंपरिक हथियारों में आत्मनिर्भर हो चुका है, बल्कि AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और स्पेस वेपन्स के क्षेत्र में भी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
सैन्य बल: करीब 20 लाख एक्टिव सैनिक
रक्षा बजट: $290+ अरब डॉलर (2025 अनुमान)
विशेषता: हाइपरसोनिक मिसाइलें, साइबर वारफेयर, ड्रोन टेक्नोलॉजी
भारत - बढ़ती ताकत और रणनीतिक विस्तार
भारत विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक सेनाओं में से एक है और उसका सैन्य दृष्टिकोण अब केवल क्षेत्रीय नहीं, बल्कि वैश्विक हो चला है। भारत ने हाल के वर्षों में रक्षा उपकरणों का स्वदेशीकरण बढ़ाया है और कई अत्याधुनिक मिसाइल व युद्धपोत प्रणाली विकसित की है।
सैन्य बल: 14 लाख सक्रिय सैनिक
रक्षा बजट: $75+ अरब डॉलर (2025 अनुमान)
विशेषता: ब्रह्मोस मिसाइल, तेजस लड़ाकू विमान, INS विक्रांत, परमाणु पनडुब्बी
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