ग्लोबल फायरपावर 2025 की रिपोर्ट क्या कहती है?
ग्लोबल फायरपावर (Global Firepower) द्वारा हाल ही में जारी की गई 2025 की रिपोर्ट में देशों को उनके सैन्य विमान बेड़े की संख्या के आधार पर रैंक किया गया है। यह सूची न केवल विमानों की संख्या को दर्शाती है, बल्कि वायुसेना की तैनाती क्षमता, तकनीकी दक्षता और ऑपरेशनल विविधता पर भी रोशनी डालती है।
टॉप 6 सबसे शक्तिशाली वायु सेनाएं
1 .संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) - 13,043 विमान
अमेरिका की वायु सेना तकनीकी रूप से सबसे उन्नत और व्यापक है। स्टील्थ बॉम्बर्स, अत्याधुनिक ड्रोन, और भारी संख्या में लड़ाकू विमान इसकी ताकत का आधार हैं। न केवल संख्या में, बल्कि गुणवत्ता में भी यह अन्य सभी देशों से आगे है।
2 .रूस - 4,292 विमान
रूस की वायु सेना युद्ध में पुराने अनुभव और नवीनतम हथियारों का अनोखा मिश्रण है। इसकी हवाई क्षमता मुख्य रूप से लड़ाकू विमानों और हमलावर हेलीकॉप्टरों पर आधारित है, जो किसी भी मोर्चे पर आक्रमण की क्षमता रखते हैं।
3 .चीन - 3,309 विमान
चीन ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी वायु सेना को अत्यधिक आधुनिक बनाया है। यह देश अपने घरेलू तकनीक से बनाए गए लड़ाकू विमानों के बल पर तेजी से वायु शक्ति में अग्रणी बनता जा रहा है।
4 .भारत - 2,229 विमान
भारत की वायु सेना संख्या और विविधता दोनों में बेहद मजबूत है। इसमें फाइटर जेट्स, हेलीकॉप्टर, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और टोही विमानों का अच्छा संतुलन देखने को मिलता है। भारत का यह स्थान बताता है कि वह क्षेत्रीय ही नहीं, वैश्विक स्तर पर भी एक प्रभावशाली सैन्य ताकत है।
5 .दक्षिण कोरिया - 1,592 विमान
सीमित क्षेत्रफल और उत्तर कोरिया जैसे पड़ोसी के बावजूद, दक्षिण कोरिया की वायु सेना अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। अमेरिकी साझेदारी ने इसकी हवाई क्षमताओं को काफी मजबूत किया है।
6 .जापान - 1,443 विमान
जापान की वायु शक्ति मुख्य रूप से रक्षात्मक है, लेकिन तकनीकी रूप से बेहद उन्नत है। उसके पास उच्च क्वालिटी के फाइटर जेट्स और ट्रेनिंग सिस्टम हैं, जो उसे एक मजबूत हवाई प्रतिद्वंद्वी बनाते हैं।
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