ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने स्तर पर इस नई व्यवस्था को लागू करें। अब कोई भी शिक्षक किसी प्रकार की छुट्टी (चाहे वह आकस्मिक हो या विशेष) लेने के लिए कार्यालय के चक्कर नहीं लगाएगा। वह एचआरएमएस पोर्टल पर लॉग इन करके छुट्टी का आवेदन कर सकेगा, और संबंधित अधिकारी उसी पोर्टल के माध्यम से मंजूरी देंगे।
महिला शिक्षकों को विशेष लाभ
महिला शिक्षकों को इस डिजिटल व्यवस्था के तहत विशेष सुविधाएं भी मिलेंगी। उन्हें छह महीने का मातृत्व अवकाश वेतन सहित दिया जाएगा। इसके अलावा, दो बच्चों की देखभाल के लिए वे दो वर्षों तक वेतन सहित अवकाश ले सकती हैं। यह निर्णय महिला शिक्षकों के लिए कार्य और परिवार के बीच संतुलन बनाए रखने में बेहद उपयोगी होगा।
प्रमाणन की जिम्मेदारी तय
इस व्यवस्था में अवकाश की स्वीकृति के अधिकार भी स्पष्ट कर दिए गए हैं। प्रधान शिक्षक और प्रभारी प्रधानाध्यापक की छुट्टियों की मंजूरी खंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) करेंगे। वहीं, सहायक शिक्षक और विशेष शिक्षक अपनी छुट्टियों की स्वीकृति प्रधान शिक्षक से प्राप्त करेंगे।
समय की बचत और जवाबदेही में इजाफा
यह डिजिटल प्रक्रिया शिक्षकों के लिए सुविधाजनक साबित होगी। अब शिक्षकों को छुट्टी लेने के लिए कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उनका समय बचेगा और सरकारी कार्यालयों में अनावश्यक भीड़ भी कम होगी। इसके अलावा, छुट्टियों के प्रबंधन में पारदर्शिता, नियमबद्धता और जवाबदेही भी बढ़ेगी।
0 comments:
Post a Comment