बंगाल की खाड़ी से उठी तबाही, यूपी-बिहार में क्या असर?

कोलकाता। बंगाल की खाड़ी एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव लाने को तैयार है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताज़ा चेतावनी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव क्षेत्र अगले कुछ दिनों में बड़े पैमाने पर भारी वर्षा और तेज़ हवाओं का कारण बन सकता है। इसका असर सिर्फ पूर्वी भारत तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़ से होते हुए उत्तर प्रदेश तक इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है।

पश्चिम बंगाल में रेड अलर्ट जैसे हालात

पश्चिम बंगाल सरकार ने अगले 24 से 48 घंटे के लिए सतर्कता बढ़ा दी है। खास तौर पर दक्षिण बंगाल के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। हवा की रफ्तार 35 से 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे तटीय क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है। राज्य सरकार ने आपातकालीन कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिया है और मुख्यमंत्री स्वयं हालात की निगरानी कर रही हैं।

त्योहारों के मौसम में चिंता

आपको बता दें की 1 अक्टूबर से लेकर 4 अक्टूबर तक बारिश की तीव्रता ज्यादा रहने की संभावना है। वहीं दुर्गा पूजा, दशहरा और अन्य त्योहारों को देखते हुए प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर है ताकि किसी भी आयोजन में व्यवधान न आए।

बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में असर

बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम का प्रभाव धीरे-धीरे पश्चिम और उत्तर दिशा में बढ़ेगा। मौसम विभाग ने बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के लिए भी अगले दो दिनों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी है। विशेष रूप से दक्षिण और मध्य बिहार में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है अगर बारिश लगातार जारी रही।

यूपी और दिल्ली-NCR में मौसम का मिजाज

उत्तर प्रदेश में अभी मानसून की वापसी शुरू नहीं हुई है, लेकिन बंगाल की खाड़ी में बने दबाव की वजह से वहां की जलवायु में भी कुछ बदलाव हो सकते हैं। पूर्वांचल के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, दिल्ली-NCR में मानसून की विदाई के बाद उमस और गर्मी ने फिर से लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है।

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