सामाजिक विकास और आधारभूत संरचना पर खास फोकस
मुख्यमंत्री द्वारा की गई इस पहल में खास ध्यान सामाजिक कल्याण, तकनीकी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, पेयजल आपूर्ति, परिवहन, और पर्यटन जैसे क्षेत्रों पर दिया गया है। कार्यक्रम में 7,805 करोड़ रुपये की लागत से 16,065 नई योजनाओं का शिलान्यास किया गया, वहीं 4,116 करोड़ रुपये से बनी 4,593 योजनाओं का उद्घाटन भी हुआ।
भवन निर्माण से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं तक व्यापक कार्य
इस मौके पर भवन निर्माण विभाग और बिहार राज्य भवन निर्माण निगम के माध्यम से विज्ञान, प्रौद्योगिकी, समाज कल्याण, अनुसूचित जाति/जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण से जुड़े भवनों की 997 करोड़ रुपये लागत वाली 97 योजनाओं की नींव रखी गई। साथ ही 2,467 करोड़ रुपये की लागत से बनी 137 परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया गया।
पेयजल और जल आपूर्ति योजनाओं में बड़ी प्रगति
राज्य के ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में पेयजल की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने बड़ी संख्या में योजनाएं शुरू की हैं। इस दिशा में 5,190 करोड़ रुपये की लागत से 15,670 नई योजनाओं का शिलान्यास हुआ, जबकि 1,377 करोड़ रुपये की लागत वाली 4,312 योजनाओं का उद्घाटन किया गया।
पर्यटन और रोजगार की संभावनाओं को बल
पर्यटन विभाग ने 497 करोड़ रुपये की लागत से 17 योजनाओं की शुरुआत की, जिनसे राज्य में पर्यटन के नए द्वार खुलने की उम्मीद है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
निजी नलकूप योजना के तहत डीबीटी
लघु जल संसाधन विभाग की 'मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना' के तहत राज्य के 13,716 लाभार्थियों को सीधे उनके बैंक खातों में 81 करोड़ 29 लाख रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गई। इससे सिंचाई की सुविधा मजबूत होगी और किसानों की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
स्वास्थ्य ढांचे को नई ताकत
बिहार के स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त बनाने की दिशा में भी सरकार ने उल्लेखनीय कदम उठाए हैं। 1,121 करोड़ रुपये की लागत से क्रिटिकल केयर ब्लॉक, अनुमंडलीय अस्पताल, औषधि भंडार गृह और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों जैसी 281 परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई। इसके अलावा 272 करोड़ रुपये की लागत से 144 योजनाओं का उद्घाटन भी किया गया।
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