विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ विटामिन और मिनरल ऐसे हैं जो पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में बेहद मददगार साबित हो सकते हैं। खासकर ज़िंक, सेलेनियम, विटामिन डी, विटामिन ई और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व वीर्य की गुणवत्ता, गतिशीलता और संख्या में सुधार करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
1. जिंक (Zinc): वीर्य की मात्रा बढ़ाने वाला खनिज
जिंक को प्रजनन स्वास्थ्य का प्रमुख मिनरल माना जाता है। यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बनाए रखने और वीर्य की मात्रा बढ़ाने में सहायक है। रिसर्च के अनुसार, जिंक की कमी पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की गिरावट और शुक्राणुओं की गुणवत्ता में कमी से जुड़ी है।
कहां से पाएं: सीप (Oysters), कद्दू के बीज, अंडे और दालें।
2. सेलेनियम (Selenium): शुक्राणु स्वास्थ्य का रक्षक
सेलेनियम एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो शुक्राणुओं की संरचना और गतिशीलता को बेहतर बनाता है। यह डीएनए की रक्षा करता है और शुक्राणु की संख्या बढ़ाने में भी सहायक माना जाता है।
कहां से पाएं: ब्राजील नट्स, टूना मछली, सूरजमुखी के बीज और अंडे।
3. विटामिन डी: टेस्टोस्टेरोन को बढ़ावा देने वाला तत्व
विटामिन डी न केवल हड्डियों के लिए जरूरी है बल्कि यह पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन को भी प्रभावित करता है। इसकी कमी को वीर्य की गुणवत्ता में गिरावट से जोड़ा गया है। सूर्य की रोशनी से प्राप्त होने वाला यह विटामिन फर्टिलिटी के लिए अत्यंत लाभकारी है।
कहां से पाएं: सुबह की धूप, अंडे की जर्दी, फैटी फिश (जैसे सैल्मन), विटामिन डी युक्त सप्लीमेंट्स।
4. विटामिन सी: शुक्राणु की गतिशीलता में सुधार
विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर में मुक्त कणों से रक्षा करता है। यह शुक्राणुओं की गतिशीलता (motility) और संरचना को बेहतर बनाता है, जिससे निषेचन की संभावना बढ़ती है।
कहां से पाएं: संतरा, नींबू, अमरूद, कीवी, टमाटर और पत्तेदार हरी सब्जियां।
5. विटामिन ई: शुक्राणु की गुणवत्ता का रखवाला
विटामिन ई को "प्रजनन विटामिन" भी कहा जाता है। यह शुक्राणु की झिल्ली की रक्षा करता है और शुक्राणु को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है। रिसर्च से पता चला है कि विटामिन ई का सेवन वीर्य की गुणवत्ता और गतिशीलता दोनों में सुधार कर सकता है।
कहां से पाएं: बादाम, सूरजमुखी के बीज, पालक, मूंगफली और विटामिन ई युक्त सप्लीमेंट्स।
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