अमेरिका टॉप पर, भारत तेजी से उभरता खिलाड़ी
Crunchbase के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका 793 यूनिकॉर्न कंपनियों के साथ इस सूची में शीर्ष पर है। चीन में 284 यूनिकॉर्न्स हैं, और भारत 88 यूनिकॉर्न्स के साथ तीसरे स्थान पर है। हालांकि भारत अमेरिका और चीन से पीछे है, लेकिन हाल के वर्षों में भारत की ग्रोथ रफ्तार ने दुनिया का ध्यान खींचा है।
कुछ साल पहले तक भारत में यूनिकॉर्न कंपनियों की संख्या गिनी-चुनी थी, लेकिन 2020 के बाद खासकर कोविड के बाद डिजिटल बिजनेस मॉडल्स की मांग बढ़ने से भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को बड़ा बूस्ट मिला। Fintech, Edtech, Healthtech, और D2C जैसे सेक्टर में कई कंपनियों ने अरबों डॉलर की वैल्यूएशन हासिल की।
टॉप यूनिकॉर्न्स कौन-कौन से हैं?
दुनिया की सबसे बड़ी यूनिकॉर्न कंपनी का नाम है ByteDance, जो चीन की कंपनी है और TikTok जैसे ऐप्स की पैरेंट कंपनी है। इसकी वैल्यू कई रिपोर्ट्स के मुताबिक 200 अरब डॉलर से भी ऊपर बताई जाती है। जबकि अमेरिका में SpaceX, Stripe, और OpenAI जैसी कंपनियां टॉप पर हैं।
भारत की खासियत क्या है?
भारत की सबसे बड़ी ताकत उसका बड़ा युवा जनसंख्या आधार, डिजिटल पेनेट्रेशन और गवर्नमेंट की स्टार्टअप फ्रेंडली नीतियां हैं। “Startup India” और “Digital India” जैसे अभियानों ने माहौल बनाया है जिसमें युवा उद्यमी आगे आकर अपने आइडियाज को बड़े स्केल पर एक्सपैंड कर पा रहे हैं। साथ ही, भारत में कम लागत पर ऑपरेशन और लोकल मार्केट की विविधता ने कंपनियों को प्रयोग करने और स्केल करने का मौका दिया है।
भविष्य की दिशा
भविष्य में भारत से और भी कई यूनिकॉर्न कंपनियों के उभरने की संभावना है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाइमेट टेक, स्पेस टेक और डीपटेक जैसे उभरते सेक्टर में भारतीय स्टार्टअप्स तेजी से काम कर रहे हैं। एक और अहम पहलू यह है कि अब भारतीय यूनिकॉर्न्स केवल घरेलू बाजार पर निर्भर नहीं हैं — वे ग्लोबल मार्केट्स में भी अपनी पकड़ बना रहे हैं।
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