पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश दोनों प्रभावित
16 जुलाई से शुरू होकर अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 16 जुलाई को कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश, विशेष रूप से सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली और उनके आसपास के इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, बलिया, प्रयागराज, वाराणसी, जौनपुर और आजमगढ़ जैसे जिलों में भी तेज बारिश की चेतावनी दी गई है।
गरज-चमक और बिजली गिरने का खतरा
इन जिलों के अलावा गोरखपुर, संतकबीर नगर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, बरेली, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, महोबा और आसपास के क्षेत्रों में बादल गरजने और बिजली गिरने के भी संकेत हैं। इस दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बिजली से जुड़ी घटनाओं को लेकर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
कई जिलों में यलो और ऑरेंज अलर्ट
प्रदेश के कुछ जिलों में यलो अलर्ट (हल्की से मध्यम बारिश) जारी किया गया है, वहीं कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट के तहत अत्यधिक सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, हरदोई और सीतापुर जैसे जिलों में भी मौसम का मिजाज बिगड़ने के संकेत मिल रहे हैं।
मानसून को मिली नई ऊर्जा
पूर्वी तट पर बने निम्न दबाव क्षेत्र के उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ने के कारण मानसूनी गतिविधियों में अचानक तेज़ी आई है। यह प्रणाली झारखंड से होकर उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रही है, जिसके चलते अगले 3–4 दिनों तक बारिश की तीव्रता बनी रहने की संभावना है। हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ कुछ इलाकों में जलभराव और यातायात में भी बाधा आ सकती है।
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