1. मूत्रमार्ग संक्रमण (यूरेथ्राइटिस)
यूरेथ्राइटिस यानी मूत्रमार्ग में सूजन आमतौर पर बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होती है। यह संक्रमण यौन संबंधों से भी फैल सकता है। इसके लक्षणों में पेशाब के समय जलन, बार-बार पेशाब आना और लिंग के अंदर या सिरे पर दर्द शामिल हैं।
2.पैराफिमोसिस और फिमोसिस
यह स्थितियां तब होती हैं जब लिंग की चमड़ी (फोरस्किन) सामान्य रूप से खिसकती नहीं है। फिमोसिस में चमड़ी सिरे तक नहीं खिसकती, जिससे दर्द और संक्रमण हो सकता है। पैराफिमोसिस में चमड़ी खिसक तो जाती है लेकिन वापस नहीं आती, जिससे खून का प्रवाह रुक सकता है और गंभीर दर्द होता है।
3. पेयरोनी डिजीज (Peyronie’s Disease)
यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिंग के भीतर कठोर ऊतक (फाइब्रस टिश्यू) विकसित हो जाता है, जिससे लिंग मुड़ सकता है और उसमें दर्द हो सकता है, खासकर इरेक्शन के समय। यह रोग धीरे-धीरे बढ़ता है और यौन संबंधों में बाधा भी बन सकता है।
4. एसटीडी (सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज)
गोनोरिया, क्लैमाइडिया और हर्पीज जैसे यौन संचारित रोगों (STDs) से भी लिंग में दर्द हो सकता है। ये रोग अन्य लक्षणों के साथ आते हैं, जैसे लिंग से स्राव, जलन, फुंसी या घाव।
0 comments:
Post a Comment