1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अमेरिका दशकों से दुनिया का नेतृत्व करता आ रहा है। सिलिकॉन वैली, दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों (जैसे Google, Apple, Microsoft, Amazon, और Meta) का घर है। AI, स्पेस एक्सप्लोरेशन (NASA और SpaceX), बायोटेक्नोलॉजी, और डिफेंस टेक्नोलॉजी में अमेरिका की भूमिका निर्णायक है। ChatGPT जैसे उन्नत AI मॉडल भी यहीं से विकसित हुए हैं। नंबर 1 पोज़िशन फिलहाल अमेरिका के पास ही है।
2. जापान - रोबोटिक्स का उस्ताद
जापान लंबे समय से टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का पर्याय रहा है। ऑटोमोबाइल, रोबोटिक्स और कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स में जापान का दबदबा साफ देखा जा सकता है। Toyota, Sony और Honda जैसी कंपनियाँ आज भी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में मील का पत्थर मानी जाती हैं। जापान खासकर रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में नंबर वन है।
3. जर्मनी - इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी का नेतृत्वकर्ता
जर्मनी का फोकस हमेशा से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी पर रहा है। ‘Industry 4.0’ की अवधारणा यहीं से शुरू हुई, जो ऑटोमेशन और स्मार्ट फैक्ट्री की दिशा में एक बड़ा कदम है। Siemens और Bosch जैसी कंपनियाँ दुनिया भर में अपनी तकनीकी सटीकता के लिए जानी जाती हैं। टेक्नोलॉजी को उद्योगों से जोड़ने में जर्मनी का कोई सानी नहीं।
4. चीन - टेक्नोलॉजी की रफ्तार में सबसे आगे
पिछले दो दशकों में चीन ने जिस रफ्तार से तकनीकी प्रगति की है, वह अभूतपूर्व है। Huawei, Tencent, Baidu जैसी कंपनियाँ वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना चुकी हैं। AI, फेशियल रिकग्निशन, 5G, और सुपरकंप्यूटर तकनीक में चीन बहुत आगे निकल चुका है। साथ ही, वह दुनिया का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब भी है। अमेरिका को चुनौती देने की सबसे बड़ी क्षमता फिलहाल चीन में ही है।
5 .दक्षिण कोरिया -5G और कंज़्यूमर टेक्नोलॉजी में सबसे तेज़
Samsung और LG जैसी कंपनियाँ दक्षिण कोरिया को ग्लोबल टेक मंच पर ले आई हैं। देश ने 5G नेटवर्क को दुनिया में सबसे पहले बड़े पैमाने पर लागू किया। साथ ही, AI, स्मार्ट डिवाइसेज़ और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में यह देश काफी आगे है। कोरिया तेजी से उभरता हुआ डिजिटल इनोवेशन सेंटर है।
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