तूफानी बारिश का तांडव! यूपी के 44 जिलों में अलर्ट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग की ताज़ा चेतावनी के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। खासकर 31 अगस्त से 2 सितंबर के बीच बारिश का जोर पूरे प्रदेश में महसूस किया जाएगा। इसको लेकर मौसम विभाग ने कई जिलों में अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

15 जिलों में ऑरेंज अलर्ट

राज्य के जिन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश होने की आशंका है, वहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं जैसे जिलों में तेज़ बारिश के साथ बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। इन इलाकों के निवासियों को सावधानी बरतने और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।

29 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट

इसके अलावा 29 अन्य जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, जहां येलो अलर्ट लागू किया गया है। इनमें लखनऊ, प्रयागराज, चित्रकूट, कानपुर नगर, रायबरेली, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, अमेठी, मैनपुरी, अलीगढ़ समेत कई प्रमुख जिले शामिल हैं। गरज-चमक के साथ तेज़ हवाएं और वज्रपात की संभावना भी जताई गई है, जिससे सावधानी बरतना आवश्यक हो गया है।

मौसम प्रणाली: क्यों बढ़ी बारिश की तीव्रता?

लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तरी पाकिस्तान और पंजाब क्षेत्र में सक्रिय चक्रवाती सिस्टम के कारण पश्चिमी विक्षोभ ने प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। इसका सीधा असर उत्तर भारत की मानसूनी रेखा पर पड़ा है, जो अब उत्तर की ओर खिसक गई है। यही बदलाव प्रदेश में लगातार वर्षा की स्थिति बना रहा है।

सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश के संकेत

मौसम विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि सितंबर महीने में प्रदेश भर में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। अगस्त में भी पूरे प्रदेश में औसतन सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई, पश्चिमी यूपी में सामान्य से 4% और पूर्वी यूपी में 1% अधिक। ये आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि इस बार मानसून अपेक्षा से अधिक सक्रिय है।

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