हथियारों की फैक्ट्री बन चुके हैं ये 5 देश – कौन है नंबर 1?

न्यूज डेस्क। आज के वैश्विक परिदृश्य में हथियार न केवल सुरक्षा का साधन हैं, बल्कि एक बहुत बड़ा उद्योग भी बन चुके हैं। दुनिया के कुछ प्रमुख देश हथियारों के निर्माण और निर्यात में इतने आगे निकल चुके हैं कि उन्हें "हथियारों की फैक्ट्री" कहा जाने लगा है।

1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)

अमेरिका वर्षों से हथियार निर्माण और निर्यात में दुनिया का अगुवा रहा है। इसके पास सबसे बड़ी रक्षा कंपनियां हैं जैसे Lockheed Martin, Boeing, Raytheon और Northrop Grumman आदि। 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया के कुल हथियार निर्यात में अकेले अमेरिका का हिस्सा लगभग 40% है। अमेरिकी हथियार न केवल तकनीकी रूप से उन्नत होते हैं, बल्कि वैश्विक राजनीतिक प्रभाव के चलते भी इनकी मांग बनी रहती है।

2. रूस

रूस लम्बे समय से हथियारों के बाजार में अमेरिका का मुख्य प्रतिद्वंद्वी रहा है। Kalashnikov, Almaz-Antey और Uralvagonzavod जैसी कंपनियाँ रूस की रक्षा ताकत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करती हैं। हालांकि हालिया भू-राजनीतिक घटनाओं और पश्चिमी प्रतिबंधों के चलते रूस का निर्यात कुछ घटा है, फिर भी कई एशियाई और अफ्रीकी देशों के लिए रूस आज भी एक प्रमुख रक्षा साझेदार बना हुआ है।

3. फ्रांस 

Dassault Aviation, Thales Group और Nexter जैसी कंपनियों के चलते फ्रांस तेजी से हथियार निर्यात में ऊंचाई पर पहुंच रहा है। भारत को राफेल लड़ाकू विमानों की डील इसका ताज़ा उदाहरण है। 2024 में फ्रांस ने कई अरब डॉलर की रक्षा डील्स सऊदी अरब, यूएई और ग्रीस जैसे देशों के साथ की हैं।

4. चीन

चीन ने पिछले एक दशक में हथियारों के क्षेत्र में अपनी पकड़ काफी मज़बूत की है। NORINCO और AVIC जैसी कंपनियों ने चीन को हथियार उत्पादन में एक बड़ी ताकत बना दिया है। हालांकि चीन के हथियार मुख्य रूप से घरेलू उपयोग और सीमित निर्यात के लिए होते हैं, लेकिन पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफ्रीकी देशों को लगातार डिलीवरी के चलते इसका प्रभाव बढ़ता जा रहा है।

5. जर्मनी 

जर्मनी का हथियार उद्योग तकनीकी श्रेष्ठता के लिए जाना जाता है। Rheinmetall और Heckler & Koch जैसे ब्रांड्स ने जर्मन हथियारों को विश्वसनीय और टिकाऊ साबित किया है। हालांकि जर्मनी की हथियार निर्यात नीति थोड़ी सख्त है, लेकिन NATO और यूरोपीय देशों के बीच इसकी मांग बनी रहती है।

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