बिहार की 'महिलाओं' को बड़ी सौगात, तुरंत पढ़ें!

पटना। बिहार सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और ठोस कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में शुरू की गई मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना अब आधिकारिक रूप से लागू होने जा रही है। इस योजना का उद्देश्य है, महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना।

क्या है योजना का मकसद?

राज्य सरकार का फोकस इस बात पर है कि हर परिवार की एक महिला आर्थिक गतिविधियों में भागीदारी करे। इससे न सिर्फ महिलाओं को खुद पर विश्वास बढ़ेगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

क्या मिलेगा महिलाओं को?

इस योजना के तहत महिलाओं को प्रारंभिक रूप से ₹10,000 की राशि दी जाएगी ताकि वे अपना मनचाहा रोजगार शुरू कर सकें। इसके बाद यदि उनका काम अच्छा चलता है और उन्हें और पूंजी की जरूरत महसूस होती है, तो सरकार ₹2 लाख तक की अतिरिक्त आर्थिक सहायता भी देगी। यह सहायता चरणबद्ध तरीके से दी जाएगी और महिला के व्यवसाय के आकलन के आधार पर तय की जाएगी।

शर्त क्या है? कौन ले सकता है लाभ?

इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो जीविका स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ी होंगी। योजना के क्रियान्वयन की ज़िम्मेदारी ग्रामीण विकास विभाग की होगी, जो जीविका समूहों के माध्यम से इसे ज़मीनी स्तर पर लागू करेगा।

कब से लागू होगी योजना?

मुख्यमंत्री ने इस योजना की घोषणा पहले ही सोशल मीडिया के ज़रिए कर दी थी, और कैबिनेट से इसकी मंज़ूरी भी मिल चुकी है। सरकार ने साफ़ किया है कि यह योजना सितंबर 2025 से लागू कर दी जाएगी। इससे लाखों महिलाओं के जीवन में बदलाव आने की उम्मीद है।

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