टेंशन में अमेरिका! भारत-फ्रांस के बीच होने वाली है मेगा डील

नई दिल्ली। भारत अब सिर्फ रक्षा उपकरण खरीदने वाला देश नहीं रहा, बल्कि खुद रक्षा टेक्नोलॉजी विकसित करने वाले चुनिंदा देशों की कतार में शामिल होने की तैयारी में है। भारत और फ्रांस के बीच एक बड़ी डील लगभग तय मानी जा रही है, जिसके तहत दोनों देश स्वदेशी फाइटर जेट AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) के लिए मिलकर इंजन विकसित करेंगे और वह भी भारत में ही।

भारत-फ्रांस का ‘को-डेवलपमेंट’ प्लान

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय रक्षा मंत्रालय और फ्रांस की प्रमुख इंजन निर्माता कंपनी Safran के बीच यह डील जल्द ही साइन की जा सकती है। डील के मसौदे पर काम लगभग पूरा हो चुका है। यह इंजन भारत में ही DRDO और Safran की साझेदारी में विकसित होगा, जिससे भारत को अत्याधुनिक एविएशन टेक्नोलॉजी में बड़ा आत्मनिर्भरता लाभ मिलेगा।

आपको बता दें की इस इंजन का इस्तेमाल भारत के पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान AMCA Mark-2 में किया जाएगा। यह इंजन न केवल अधिक पावरफुल होगा, बल्कि भारतीय वायुसेना की दीर्घकालिक रणनीतिक क्षमताओं को भी नई ऊंचाई देगा।

क्यों है यह डील अहम?

स्वदेशी तकनीक: पहली बार भारत इतनी जटिल एविएशन टेक्नोलॉजी को भारत में ही विकसित करने जा रहा है।

लंबी दूरी की रणनीति: AMCA Mark-2 का निर्माण अगले दशक में होगा, लेकिन इसके इंजन का विकास अभी से शुरू हो जाएगा, जिसमें 10-12 साल लग सकते हैं।

आत्मनिर्भर भारत मिशन को बल: इंजन निर्माण जैसी ‘क्रिटिकल टेक्नोलॉजी’ में आत्मनिर्भरता भारत को एक रक्षा निर्माता देश बनाएगी।

अमेरिका को क्यों हो रही है टेंशन?

इस डील से अमेरिका की चिंता बढ़ना स्वाभाविक है। अभी तक भारत अपने प्रमुख फाइटर जेट जैसे Tejas के लिए अमेरिकी कंपनी GE Aviation के इंजन (GE-414) का इस्तेमाल कर रहा है।  वहीं फ्रांस के साथ प्रस्तावित डील को-डेवलपमेंट मॉडल पर आधारित है जिसमें भारत केवल निर्माता नहीं, बल्कि साझेदार होगा। यही अमेरिका की बेचैनी की असली वजह है।

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