18 साल बाद मिलेगा 1.65 लाख तक का लाभ
यह एफडी राशि बालिकाओं के नाम की गई है, जिसे वे 18 वर्ष की उम्र पूरी होने पर ब्याज सहित प्राप्त कर सकेंगी। अनुमान है कि इस अवधि के बाद कुल राशि करीब 1.65 लाख रुपये तक पहुंच सकती है, जिसे बालिकाएं अपनी शिक्षा, व्यवसाय, विवाह या किसी अन्य जरूरी कार्य में इस्तेमाल कर सकेंगी।
मजदूर परिवारों के लिए विशेष योजना
कार्यक्रम के दौरान श्रम विभाग के सहायक आयुक्त यशवंत कुमार ने बताया कि यह योजना केवल उन्हीं परिवारों के लिए है, जिनका पंजीकरण श्रम विभाग के तहत लेबर कोर्ट में हुआ हो। योजना के तहत बेटियों के जन्म पर FD कराई जाती है, जो एक तरह से उनके भविष्य के लिए एक सुरक्षित आर्थिक आधार बनाती है।
इस योजना से और भी मिलते हैं लाभ
इस योजना के अंतर्गत सिर्फ बालिकाओं को ही नहीं, महिला श्रमिक को संस्थागत प्रसव पर 3 माह के न्यूनतम वेतन के बराबर राशि व 1,000 रुपये चिकित्सा बोनस। पुरुष श्रमिक को मातृत्व हित के तहत 6,000 रुपये की सहायता। गर्भपात की स्थिति में महिला को 6 सप्ताह का वेतन और नसबंदी पर 2 सप्ताह का वेतन। बालक के जन्म पर 20,000 और बालिका के जन्म पर 25,000 रुपये की सहायता। दिव्यांग बालिका के लिए 50,000 रुपये की FD दी जाती है।
श्रमिक बनवाएं लेबर कार्ड
कार्यक्रम में मौजूद सदर विधायक मनीष असीजा ने लाभार्थियों को शुभकामनाएं दीं और श्रमिक परिवारों से आग्रह किया कि वे लेबर कार्ड अवश्य बनवाएं ताकि इस योजना सहित श्रम विभाग की अन्य लाभकारी योजनाओं का भी लाभ ले सकें। योजना के लिए आवेदन श्रम विभाग की वेबसाइट upbocw.in पर किया जा सकता है।
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